केबल के लिए सडको पर खोद दिये जान लेवा गड्डे..

[highlight color=”orange”]निजी कंपनियों के क्रिया कलाप से राहगीर मुसीबत में[/highlight]

 

[highlight color=”black”]अम्बिकापुर[/highlight][highlight color=”red”]”दीपक सराठे” [/highlight]

एक नीजी दूरभाष कंपनी द्वारा शहर के देवीगंज वार्ड में सडक पर जगह-जगह जान लेवा गड्ड़े खोद कर छोड़ दिया  गया है। जिससे सडक पर चलने वाले दो पहिया वाहन सवार कभी भी इसकी चपेट में आकर दुर्घटना के शिकार हो सकते है। कंपनी के ठेकेदार द्वारा लगभग तीन चार दिनों से खोदे गये गड्ड़े के आस-पास सुरक्षा हेतु चेतावनी के संकेत लगाए गये है, और ना ही उस कार्य को जल्दी से कर उसे पाटा भी नहीं जा रहा है। नगर निगम से गुदरी बाजार जाने वाली सडक में जोड़ा पीपल-एवं महेन्द्र किराना स्टोर के पास के चैक में ठीक रोड पर ही पांच फिट का गड्ड़ा खोद कर छोड दिया गया है। गौर करने वाली बात है कि नगर निगम के आला अधिकारी एवं जिला प्रशासन के अधिकारी प्रतिदिन इसी रास्ते अपने-अपने कार्यलय जाते है, पर उनके बीते तीन दिनों से खोद कर छोड़ा जानलेवा गढा कैसे दिखाई नहीं दे रहा। क्या जिम्मेदार विभाग व अधिकारी इन मौत रूपी गढ़े से घेरे होने वाले हादसे का इंतजार कर रहे है। तब इन गढ़ो को पटवायेगे या फिर इसमे भी शेटिंग का खेल है और सब कुछ उनकी जानकारी में ही हो रहा है। नियमों की माने तो नगर प्रशासन बारिश के दिनों में शहर के सडक पर गढ़े किये जाने पर नगर प्रशासन द्वारा उक्त कंपनी पर कार्यवाही की जानी थी क्योंकि शहर के लोगों के पेय जल आपूर्ति लाईन इन्हीं रास्तों से होकर गुजरी है। जो खोदे जा रहे गड्डो की वजह से क्षतिग्रस्त हो लिक हो सकती है, जिसकी वजह से कई प्रकार बैक्टिरिया व कीटाणु सप्लाई वाले पाईप के रास्ते लोगों के पेय जल में मिश्रित हो सकते है। बारिश के समय वैसे ही पेय जल की शुद्धता को लेकर नगर प्रशासन चुस्त रहती है। पर ऐसा प्रतीत होता है कि निगम के अधिकारी व प्रतिनिधि इन्हें हर तरह की खुली छूट दे रखे है। जिसकी वजह से निजी कंपनी के द्वारा सडक पर गड्डे कर लोगों के जान एवं स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।