CG – नेशनल हाईवे पर रफ्तार का कहर: ट्रेलर की ठोकर से पहिए के नीचे आया बाइक सवार; दर्दनाक मौत, भीड़ ने किया चक्काजाम


Bilaspur News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में रफ्तार का कहर देखने को मिला है। यहां नेशनल हाईवे पर तेज रफ्तार ट्रेलर ने बाइक सवारों को जोरदार ठोकर मार दी। इस घटना बाइक सवार एक युवक की मौके पर मौत हो गई। जबकि एक अन्य युवक को मामूली चोटें आई है। हादसे के बाद आसपास के लोग और मौजूद भीड़ ने घटना पर नाराजगी जताते हुए चक्काजाम कर दिया। तब घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह समझा बुझाकर लोगों को शांत कराया और चक्काजाम समाप्त हुआ। मामला कोनी थाना इलाके का है।

दरअसल, ग्राम जलसो निवासी भूलन कौशिक (34 वर्ष) बुधवार की शाम किसी कार्य से जिला मुख्यालय बिलासपुर आया था। काम निपटाने के बाद वह अपने साथी राधे सूर्यवंशी (35 वर्ष) के साथ बाइक से घर लौट रहा था। इस दौरान वह सेंदरी पुल के पास पहुंचा ही था कि उसी समय रतनपुर की ओर से आ रही तेज रफ्तार ट्रेलर ने उनकी बाइक को ठोकर मार दी। इससे बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई, और भूलन कौशिक ट्रेलर के पहिए के नीचे आ गया। जबकि उसका साथी राधे सूर्यवंशी दूर जाकर गिरा। घटना इतना जबरदस्त था कि बाइक से गिरकर ट्रेलर के पहिए के नीचे आए भूलन कौशिक के शरीर के चीथड़े उड़ गए और मौके पर ही मौत हो गई। वहीं उसके साथी राधे सूर्यवंशी को चोटें आई है।

इधर घटना के तुरंत बाद मौके पर भिड़ इकट्ठी हो गई, आसपास के लोगों के अलावा राहगीरों का जमावड़ा हो गया। फिर गुस्साई भीड़ ने आए दिन हो रहे हादसे को देखते हुए सड़क पर चक्काजाम कर दिया। जिससे फोरलेन सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गई। नाराज लोग मुआवजे की मांग करने लगे। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई, तब मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को शांत कराया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। भूलन कौशिक अपने परिवार में अकेले कमाने वाला था। घर में उसकी पत्नी और चार बेटियां है। इस हादसे ने जहां एक महिला का सुहाग उजाड़ दिया। वहीं चार बेटियों के सिर से पिता का साया भी छीन गया है।

बता दें कि, बिलासपुर से रतनपुर होते हुए कटघोरा-अम्बिकापुर तक फोरलेन सड़क बनाई जा रही है। सड़क किनारे कई गांव हैं, लेकिन NHAI ने यहां अंडरपास नहीं बनवाया है। इस वजह से आए दिन हादसे होते रहते है। बिलासपुर से करीब 15 किलोमीटर दूर सेंदरी चौक के पास कई हादसे हो चुके है। यहां वर्षभर के भीतर पांच लोगों की मौत हो चुकी है। सेंदरी में जब से नेशनल हाईवे बना है, तब से सड़क हादसे हो रहे है। वहीं हाईवे बनने के बाद अंडर पास का निर्माण भी होना था। ताकि, फोरलेन ऊपर से गुजर जाए और नीचे से ग्रामीण और दूसरे वाहन आना जाना करें। इससे हादसे को आशंका नहीं रहेगी। कुछ दिन पहले यहीं बकरियों के झुंड को तेज रफ्तार बस ने रौंद दिया था, जिससे 10 बकरियों की मौत हो गई थी।