बिलासपुर- पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने खुद की संपत्ति मामले में उपजे विवाद को लेकर बिलासपुर में सफाई दी कि मैं वर्ष 2003 से लेकर 2018 तक चुनाव लड़ते आ रहा हूँ और मैंने अपने संपत्ति का ब्यौरा चुनाव आयोग के समक्ष पेश भी किया हूँ, और वैसे भी किसी की निजी संपत्ति का ब्यौरा आयकर विभाग के पास होता है। मुझे इनकम टैक्स विभाग से क्लीनचीट मिली हुई है। इसके बाद भी लोग मेरे संपत्ति को लेकर हाईकोर्ट तक पहुंचे है। जहाँ सुनवाई का मामला प्रक्रियाधीन है। इसके बाद भी लोग राज्यपाल के पास अनुमति मांगने के लिए जा रहें है। कांग्रेस के लोगो को हाईकोर्ट पर भरोसा नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज शुक्रवार को बिलासपुर में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इस दौरान डॉ. रमन सिंह प्रेसवार्ता में केन्द्रीय आम बजट की जमकर तारीफ़ करते नज़र आए। उन्होंने कहा कि भारत का GDP दुनियाभर में नंबर 1 स्थान पर है। केंद्र की मोदी सरकार ने हर वर्ग का ख्याल रखा है बजट जनहित कारी है। वहीँ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तंज कसते हुए कहा कि केंद्र की योजनाओं को भूपेश बघेल ने डिब्बे में डालकर रखा है! वहीँ केंद्र की महत्त्वकांक्षी योजनाओं में प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे तमाम योजनाएं शामिल है!
गौरतलब है कि, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बीजेपी से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा के सवाल पर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राज्य में भूपेश बघेल की सरकार नहीं आ रही है। भारतीय जनता पार्टी में मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला पार्टी तय करती है और वैसे भी भाजपा का चेहरा कमल का फुल होगा। पार्टी एक घंटे में सीएम का चेहरा तय कर नाम की घोषणा करती है। इसलिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेसियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।