बस्तर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव तीन दिवसीय प्रवास पर बस्तर में है। बुधवार को वे दंतेवाड़ा पहुँचे और आज बस्तर जिले में है। मगर दोनों जिलों में उनसे भेँट करने ना तो एसपी आए और ना ही कलेक्टर। इसको लेकर मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि एसपी और कलेक्टर शिष्टाचार भूल गये है। दंतेवाड़ा से लेकर जगदलपुर तक के कार्यक्रमों में गायब रहे। मेरे बच्चे के उम्र के कलेक्टर उन्हें कम से कम शिष्टाचार नहीं भूलना चाहिए। अगर कोई मंत्री आता है किसी भी क्षेत्र में तो प्रोटोकाल के तहत सम्मान मिलना चाहिए।
बता दें कि स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव तीन दिवसीय बस्तर प्रवास पर है। इस दौरान बड़े सरकारी अधिकारी नदारत रहे। इतना ही नही विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी मंत्री के दौरे को तवज्जो नही दिया। जिसके चलते मंत्री खासे नाराज दिखें और नाराजगी उन्होंने प्रेस में जाहिर भी कर दी।
दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और बाबा के बीच बढ़ी दूरियों के तौर पर इसे देखा जा सकता है। ढाई ढाई साल मुख्यमंत्री पद के लिए मुखर होने पर टीएस सिंहदेव को किसी भी जिले में कार्यकर्ता भी नहीं मिल रहे हैं। कुछ माह पूर्व राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ दौरे में भी दोनों नेताओं के बीच घमासान देखने को मिला था। टीएस सिंहदेव के पोस्टर तक उतार दिये गये थे।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के कलेक्टर-एसपी पर दिए बयान के बाद। इस संदर्भ में सीएम भूपेश बघेल ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कलेक्टरों के पास भी बहुत काम होते है। प्रभारी मंत्री हो तो कलेक्टर-एसपी साथ होते है। अगर कलेक्टर-एसपी साथ ना हो तो उन्हें हटा दिया जाएगा लेकिन किसी विभाग का मंत्री दौरे पर हो तो विभागीय अधिकारी ही साथ होते है। हमलोग भी मंत्री रहे है।