बलरामपुर.. जिले के ग्राम दोलंगी में विशेष पिछड़ी जनजाति के एक ही परिवार के तीन सदस्यों के मौत बाद हड़कम्प मच गया है.. और पंडो समुदाय के प्रतिनिधि अब विशेष पिछड़े क्षेत्रो में स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने और पीड़ित परिवार के सदस्यों को 20-20 लाख मुआवजा देने की मांग कर रहे है.. वही मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सुदूरवर्ती क्षेत्र दोलंगी का दौरा कर स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति लोगो को जागरूक करने कैम्पेनिंग करने की बात कही है..
दरअसल रामचंद्रपुर ब्लॉक के ग्राम दोलंगी में ‘पण्डो ‘ विशेष पिछड़ी जनजाति के 32 वर्षीय रामलखन पण्डो, 9 वर्षीय उपेंद्र पण्डो तथा 12 वर्षीय दिनेश पण्डो जो रिश्ते में पिता-पुत्र थे.. इनकी मौत चार दिनों के अंदर हुई.. रामलखन के पुत्र उपेंद्र की मौत 14 अगस्त को पहले हुई..जिसके बाद कल दिनेश और आज रामलखन की मौत अम्बिकापुर मेडिकल कालेज में हो गई..जानकारी के मुताबिक एक ही परिवार के ये तीनो सदस्य बीमार थे..और अज्ञानता वश जड़ी -बूटी व झाड़ फूंक से अपना उपचार करा थे..तथा असमय काल के गाल में समा गए..
वही पंडो समुदाय के इन सदस्यों के मौत के बाद से पंडो समुदाय के लोग पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने की मांग कर रहे है..जिसको लेकर पिछड़ी जनजाति के कुछ सदस्यों ने कलेक्टोरेट पहुचकर अपर कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है..और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से पंडो बाहुल्य क्षेत्रो में स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने की मुहिम चलाने का अनुरोध किया है..
बता दे कि राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले इस समुदाय के तीन सदस्यों की मृत्यु के बाद से हड़कम्प मचा हुआ है..खुद मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर लोगो स्वास्थ्य सुविधाएं समय रहते उपलब्ध कराने पर जोर देने की बात कह रहे है!..