बलरामपुर। छठ महापर्व के तीसरे दिन आज बलरामपुर के सेंदूर नदी घाट पर सैकड़ों छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य देकर पूजन किया। कोरोना संक्रमण के कारण विगत वर्ष व्रतियों की संख्या कम थी, परंतु इस वर्ष संक्रमण नियंत्रण होने के बाद नागरिकों में छठ व्रत के प्रति गजब का उत्साह देखा गया। इस वर्ष लगभग 500 व्रतियों ने व्रत किया। छठ पूजा समिति के द्वारा कोविड गाइडलाइंस का पालन करते हुये समस्त व्यवस्था किया है। समिति के पंडाल में व्रतियों के लिये पूजन सामग्री, प्रसाद, दूध, फल, मास्क एवं सेनिटाइजर आदि की निःशुल्क व्यवस्था की गई है।
काशी के ब्राह्मणों के द्वारा हुई दिव्य गंगा आरती
छठ पूजा समिति द्वारा इस वर्ष आयोजन को और भव्य रूप देते हुये काशी के ब्राह्मण मंडली के द्वारा दशाश्वमेध घाट की भांति सेंदूर नदी घाट पर गंगा आरती का आयोजन किया गया, जो कि आज का मुख्य आकर्षण रहा। उल्लेखनीय है कि गंगा आरती करने के लिए दशाश्वमेध घाट काशी के ब्राह्मण मंडली को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था।
समिति ने बनाया मंदिर एवं अस्थायी घाट
उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय होने के बावजूद स्थानीय जन प्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण सेंदूर नदी पर पक्का घाट का निर्माण अब तक नहीं हो सका है। छठ पूजा समिति को प्रतिवर्ष अस्थायी घाट बनाना पड़ता है, इस वर्ष भी विगत एक सप्ताह से परिश्रम करके समिति के द्वारा घाट निर्माण किया गया था। समिति के द्वारा जनसहयोग से सेंदूर नदी के किनारे शिव मंदिर बनाया गया है। उक्त स्थल पर सूर्यमंदिर का निर्माण भी प्रस्तावित है, जिसे शीघ्र ही प्रारंभ किया जायेगा। समिति द्वारा घाट पर टेन्ट पंडाल, एवं रंगीन लाइट से भव्य साज सज्जा कराया गया है, पानी का फव्वारा भी लोगों के बीच प्रशंसा का विषय रहा।