सबसे ज्यादा देखने को मिली बीमार बच्चों की संख्या
अम्बिकापुर (दीपक सराठे) तापमान में गिरावट आने के बाद भी उमस का वातावरण इस कदर छाया हुआ है कि लोग पूरी तरह से हलाकान हैं। इस भीषण गर्मी का कहर लगभग हर घरों में देखने को मिल रहा है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण जिला अस्पताल में देखा जा सकता है। ओपीडी के समय मरीजों की संख्या इतनी रहती है कि घंटों लम्बी लाईन में लोग खड़े रहते हैं। खास तौर पर बच्चा वार्ड में इस गर्मी से बढ़ी बीमारियों की संख्या देखी जा सकती है। जून के 11 दिनों में जिला अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज में 5581 मरीज पहुंच चुके हैं, जिसमें 1194 गंभीर मरीजों को दाखिल भी किया जा चुका है। हालांकि इनमें से कई मरीज सर्जिकल के भी हैं, परंतु ज्यादातर मरीज वायरल बुखार, सर्दी व उल्टी दस्त के देखने को मिल रहे हैं।
जून में लगातार पारा जरूर नीचे गया है, परंतु उमस अभी भी बरकरार है। इस भीषण गर्मी और उमस ने लोगों को हलाकान परेशान कर रखा है। खास तौर पर बच्चो में इसका खासा असर देखा जा रहा है। इन 11 दिनों में अब तक 619 बच्चे अस्पताल आ चुके हैं, जिसमें 186 बच्चों को दाखिल किया जा चुका है। यह आंकड़ा सिर्फ मेडिकल कॉलेज अस्पताल का है। इसके अलावा चिकित्सकों की निजी सेंटरों में बच्चों को दिखाने परिजनों को काफी भीड़ देखी जा रही है। बच्चों के अलावा बड़ो को भी इस गर्मी ने परेशान कर रखा है। दोपहर व रात को उमस भरी गर्मी के कारण घरों के अंदर भी कूलर व पंखे जवाब दे चुके हैं। गर्मी के इन दिनों में वायर बुखार को लेकर बच्चों की बढ़ी संख्या साफ देखी जा रही है। जिला अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बच्चों को जमीन पर लिटा कर उपचार किया जा रहा है। सारे बिस्तर लगभग भर चुके हैं। जमीन में भी गलियारे में मरीज भरे पड़े हैं। मौसमी बीमारियों को देखते हुये कुछ खास व्यवस्था मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नहीं की गई है। जहां कूलर की आवश्यकता है वहां नहीं है।