रायपुर। कोविड-19 के कारण 14 मार्च 2020 से आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन बंद रखते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा हितग्राहियों के घर पहुंचाकर सूखा राशन प्रदाय किया जा रहा है। बच्चों के पोषण स्तर को बनाये रखने एवं स्वास्थ्य सुविधा के लिए वर्तमान व्यवस्था प्रभावी नहीं है अर्थात् इस वर्तमान व्यवस्था में कुपोषण के स्तर में कमी लाने में कठिनाई होगी। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे चरण 4 में राज्य में कुपोषण की दर 37 प्रतिशत् रही है। अन्तर्राष्ट्रीय एजेंसियां जैसे – WHO, UNICEF जैसी संस्थाओं को मानना है कि कोविड-19 के कारण कुपोषण में बढ़ोत्तरी हो सकती है। अतः कुपोषण की रोकथाम के लिए कारगर कदम उठाये जाने की आवश्यकता है।
कोविड-19 के संबंध में गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 29.08.20 जारी निर्देशानुसार स्कूल, कॉलेज एवं अन्य शैक्षणिक एवं कोचिंग संस्थान दिनांक 30 सितम्बर, 2020 तक बंद रहेंगे पर आंगनबाड़ी केन्द्रों के संबंध में यह बंदिश लागू करने का उल्लेख नहीं है। तथापि निर्देश की कंडिका-7 अनुसार 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति, गर्भवती महिलायें तथा 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को घर में ही रहने की सलाह दी गई है पर आवश्यक सेवाओं का प्रदाय सुनिश्चित किया जाना है स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी सुविधा अतिआवश्यक सेवा है। अतः इस सेवा के प्रदाय करना आवश्यक होगा।
छत्तीसगढ़ में आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस तथा गरम भोजन प्रारंभ करने हेतु समन्वय में माननीय मुख्यमंत्री से अनुमोदन प्राप्त किया गया है:-