सीतापुर/अनिल उपाध्याय : बकरा एवं मोबाईल चोरी के मामले में पुलिस ने ग्राम नकना सरनापारा निवासी कुख्यात चोर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चोर के कब्जे से चोरी की घटना को अंजाम देने हेतु उपयोग किया जाने वाला पाँच लाख कीमत की चार पहिया वाहन समेत एक नग मोबाईल एवं पाँच नग बकरा बरामद किया है। इस मामले में संलिप्त दो अन्य आरोपी फरार है, जो जशपुर जिले के रहने वाले है।
सूत्रों की माने तो उन दोनों को जान बूझकर फरार होने का मौका दिया। जिसको लेकर थाने में पदस्थ एक सहायक उपनिरीक्षक की भूमिका संदिग्ध है। चोरी के इस मामले में दोनों को बचाने हेतु कार्रवाई में कही उनके नाम का जिक्र तक नही है। फिलहाल गिरफ्तार शातिर चोर के विरुद्ध टोनही प्रताड़ना अधिनियम एवं चोरी का मामला दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
विदित हो कि विगत दिनों सूचना के आधार पर पुलिस ने सहायक उपनिरीक्षक के नेतृत्व में मैनपाट के तराई गाँव कतकालो जामझरिया के पास घेराबंदी कर बकरा चोरों को गिरफ्तार किया था। घेराबंदी के दौरान ग्राम नकना सरनापारा निवासी कुख्यात चोर रामप्रसाद सिदार आ चमरू सिदार 31 वर्ष एवं जशपुर जिला निवासी दो अन्य चोर फरार हो गए थे।पुलिस ने मौके से एक चारपहिया वाहन क्र CG 13 X 5000 समेत 5 पांच नग बकरा बरामद कर थाने ले आई थी और फरार आरोपियों के पत्तासजी में लगी थी।
इसी बीच पुलिस को रामप्रसाद सिदार के घर मे होने की जानकारी मिली जिसे घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन दो अन्य फरार आरोपी को पुलिस आज तक गिरफ्तार नही कर पाई है। सूत्रों के अनुसार जशपुर जिला निवासी दोनों चोरों को बचाने में कार्रवाई करने गए एएसआई की भूमिका संदिग्ध है।उन्होंने जान बूझकर दोनों को मौके से फरार होने का मौका दिया और ले देकर अब इस मामले से बरी भी कर दिया।
ग्रामवासियों ने पुलिस की इस भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि चोरों को पुलिस इसी तरह बचाती रही तो फिर चोरी पर रोकथाम कैसे होगा। ऐसे में तो उनके हौसले बुलंद होंगे और वो बेखौफ होकर चोरी जैसी घटना को अंजाम देंगे। फिलहाल गिरफ्तार चोर रामप्रसाद सिदार के विरुद्ध धारा 294,506,34 एवं टोनही प्रताड़ना अधिनियम की धारा 4,5 धारा 41(1-4)समेत चोरी के मामले में धारा 379 के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी रूपेश नारंग एएसआई शिवचरण साहू, शशिप्रभा दास, प्र०आ० नन्दकुमार प्रजापति, गौटिया राम मरावी, आ० शरद राजवाड़े, रंजीत लकड़ा, भगलु राम, विनायक लकड़ा, म०आ० संगीता बड़ा शामिल थे।