सरगुजा कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक में राजस्व विभाग के काम-काज की समीक्षा की। उन्होंने एसडीएम कोर्ट एवं तहसील में नियमित सुनवाई को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि तय दिवस में कोर्ट में उपस्थित होकर सुनवाई जरूर करें इससे वादी और प्रतिवादी में संस्था के प्रति गरिमा और भरोसा कायम रहेगा।
कलेक्टर ने कहा कि राजस्व न्यायालयों में तय दिवस में सुनवाई जरूर हो भले ही कोर्ट दिवस कम हो। दूर दराज से आने वाले वादी-प्रतिवादी को इससे राहत मिलेगी और लंबित प्रकरणों के निराकरण में भी तेजी आएगी। उन्होंने ई-कोर्ट पर जोर देते हुए सभी प्रकरणों को ई-कोर्ट में पंजीबद्ध करने कहा। इसके साथ ही एसडीएम कार्यालय तथा तहसीलों के रीडरों को ई-कोर्ट में दक्ष बनाने के लिए जरूरी कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने लोक सेवा गारन्टी अंतर्गत प्राप्त आवेदनों की समीक्षा करते हुए सभी आवेदनों का निराकरण समय-सीमा में करने तथा वापस होने वाले आवेदनों पर निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समय-सीमा के बाद लंबित आवेदन पर संबंधित अधिकारी के वेतन से लंबित अवधि के लिए राशि वसूलने कहा।
कलेक्टर ने कहा कि अभी खेतों में फसल नहीं लगा है जिससे सीमांकन के प्रकरणों का तेजी से निराकरण किया जा सकता है। तीन वर्ष से अधिक समय से लंबित प्रकरणों को शून्य करें तथा दो वर्ष से अधिक समय तक लंबित प्रकरणों की संख्या में कमी लाएं। उन्होंने कहा कि शासकीय जमीन पर अतिक्रमण पर नजर रखें।
पटवारी को अतिक्रमण पंजी संधारित कराकर जहां भी अतिक्रमण होता है उसे पंजी में दर्ज करायें। पटवारी और राजस्व निरीक्षकों पर कड़ाई से निगरानी रखें। राजस्व प्रतिवेदन शीघ्रता से तैयार करायें। कलेक्टर ने बैठक में जाति, निवास तथा आय प्रमाण पत्र का वियरण, वनाधिकार पत्र, मुआवजा राशि विवरण, सहायता राशि, राजस्व दस्तावेजो रख-रखाव, कानून-व्यवस्था आदि की समीक्षा की। बैठक में अपर कलेक्टर द्वय एएल ध्रुव एवं तनुजा सलाम सहित सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे।