अम्बिकापुर में जुटे हज़ारों हड़ताली अधिकारी-कर्मचारी.. शासकीय कार्यालयों में छाई रही वीरानी

अम्बिकापुर.. 11 सूत्रीय मांग को लेकर सरगुज़ा ज़िले के हज़ारों अधिकारी-कर्मचारी मंगलवार को हड़ताल पर रहे.. और अम्बिकापुर शहर के गांधी चौक में इकट्ठा होकर नारेबाजी करते हुए.. सरकार से अपनी जायज मांगे पूरी करने की मांग की…

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प्रदर्शन के दौरान शासकीय अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के सभी संगठन शामिल हुए.. जिसमे शिक्षक कांग्रेस, छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, पटवारी संघ, अधिकारी कर्मचारी संघ, लघु वेतन कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ, अपाक्स, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ, कृषि अधिकारी कर्मचारी संघ, कोषालय कर्मचारी संघ, शासकीय अनुदान प्राप्त कर्मचारी संघ, वाहन चालक संघ सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे…
      

मंगलवार को हुए प्रदर्शन में सुबह से ही विभिन्न संगठनों के कर्मचारी घड़ी चौक में इकट्ठा होना शुरू हो गए थे.. लगभग 12 बजे तक एक हजार अधिकारी और कर्मचारियों ने घड़ी चौक में जाम लगा दिया। सभी कर्मचारियों में कॉफी ज्यादा आक्रोश देखने को मिल रहा था। फेडरेशन के बैनर तले इकट्ठे हुए हजारों की भीड़ का नेतृत्व और सभा का संचालन लिपिक वर्ग के जिलाध्यक्ष अखिलेश सोनी ने किया.. और बताया कि जब वर्तमान सरकार सत्ता में नही थी, तो इन्होंने प्रदेश के लाखों कर्मचारियों को सुनहरे सपने दिखाए, बड़े बड़े वादे किये, लिपिकों के हड़ताल के दौरान पंडाल में आकर यहाँ तक कहा कि हम चाहते हैं कि रमन की सरकार आपकी मांगे पूरी ना करे। ताकि हम सत्ता में आते ही आपकी वेतन्विसंगति में सुधार कर आपको तोहफा से सके। सत्ता में आते ही ये लोग कर्मचारियों से किये वादे भूल गए।

सभा को सभी संगठन के पदाधिकारियों ने संबोधित किया। जिसमें देवेंद्र दुबे, चंद्रमणि मिश्रा, अभिमन्यु तिवारी, धनेश प्रताप सिंह, शोभा श्रीवास्तव, अशोक यादव, शबनम, सुजान बिंद, विवेक जैसवाल, हरिशंकर सिंह, एम एस अंसारी, आदित्य नंदन यादव सहित फेडरेशन के जिला संयोजक अनंत सिन्हा ने भी अपनी बात रखी।

ये है 11 सूत्रीय मांग-

1- प्रदेश के लिपिकों सहित समस्त कर्मचारियों के वेतनमान की विसंगति का तत्काल निराकरण किया जावे।

2- कोरोना संक्रमण से मृतक  कर्मचारी के आश्रित परिवार को 50 लाख रुपये का अनुग्रह एवं परिवार के सदस्य को योग्यतानुसार निःशर्त विशेष अनुकम्पा नियुक्ति दिया जावे।

3- कोरोना वारियर के रूप में स्वास्थ्य विभाग कर चिकित्सक, नर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ को प्रोत्साहन राशि के रूप में एक माह का अतिरिक्त वेतन प्रदाय किया जाए।

4- जुलाई 2020 में मिलने वाली वेटनवृद्धि  तत्काल बहाल किया जावे।

5- कोरोना संक्रमण के पहले का जुलाई 2019 में 5% देय मँहगाई भत्ता समस्त कर्मचारियों एवं पेंशनरों को प्रदान किया जावे।

6- तृतीय श्रेणी के पदों पर विगत 2 वर्षों से अनुकम्पा नियुक्ति में लगी रोक तुरन्त हटाया जाए एवं अनुकम्पा नियुक्ति के सभी लम्बित प्रकरणों का एक माह की समय सीमा में निराकरण किया जावे।

7- समस्त विभागों में लम्बित पदोन्नति शीघ्र प्रारम्भ किया जाए एवं एक समान रूप से सभी संवर्गों को क्रमोन्नत एवं समयमान वेतनमान का लाभ दिया जावे।

8- चतुर्थ श्रेणी के कार्यभारित एवं दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नियमित पदस्थापना में नियुक्त कर नियमित कर्मचारियो के समान समस्त लाभ दिया जावे।

9- कोरोना में पीड़ित शासकीय कर्मचारी एवं उसके आश्रित के सदस्यों के इलाज में खर्च राशि के चिकित्सा प्रतिपूर्ति हेतु समस्त विभागों में विशेष आबंटन राशि प्रदान किया जावे।

10- राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण मंत्रालय संचालनालय की तरह समस्त कार्यालयों में कर्मचारियों की एक तिहाई उपस्थिति का रोस्टरवार किया जावे।

11- नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना  छत्तीसगढ़ में लागू किया जावे।

आज के इस कार्यक्रम में अनंत सिन्हा,अखिलेश सोनी, चंद्रमणि मिश्रा, देवेंद्र दूबे, आलोक कुशवाहा, शैलेन्द्र सिन्हा, मानबहादुर राम, अखिलेश श्रीवास्तव, जय प्रकाश गुप्ता, पार्थ भट्टाचार्य, सुशील गुप्ता, दिलीप सिन्हा, जागर साय, सहित लगभग 1000 अधिकारी- कर्मचारी शामिल रहे।