बीजेपी के पीएम उम्मीदवार और गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी आज दक्षिण भारत के दो राज्यों के दौरे पर रहे । मोदी ने तमिलनाडु के त्रिची में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अपने भाषण की शुरुआत में मोदी ने जम्मू में हुए आतंकी हमले और केन्या के नैरोबी में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया और सभा में मौजूद लोगों से दो मिनट तक मौन रखने का आह्वान किया। मोदी ने अपने भाषण में केंद्र की यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधा।
पाकिस्तान से बातचीत करने की जल्दबाजी पर सवाल उठाते हुए मोदी ने कहा कि युद्ध से ज्यादा जवान आतंकवादियों की गोली से मारे गए हैं। उन्होंने कहा, ‘इटली के नौसैनिक हमारे मछुआरों की हत्या कर चले जाते हैं। पाकिस्तानी सैनिक हमारे जवानों के सिर काटकर ले जाते हैं। क्या आतंकी हमले पर हम चुप रह सकते हैं। ऐसे वक्त में पाकिस्तान से बातचीत में जल्दी क्यों।’ उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से पूछा, ‘क्या हमें पाकिस्तान से बातचीत करनी चाहिए’ तो भीड़ ने ‘नहीं’ में जवाब दिया।
मोदी ने कमजोर आर्थिक नीति और नरम विदेश नीति के मसले पर केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘इस सरकार की वजह से न तो देश में माता-बहनें सलामत हैं, न तो सीमा पर तैनात जवान सलामत हैं, न तो चीन की सीमा पर हमारी जमीन सलामत है, गुजरात हो तमिलनाडु या केरल, कहीं भी हमारे मछुआरे सलामत नहीं है तो इस निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए।’ मोदी ने कहा, ‘दिल्ली में बैठी सरकार ने रुपये को कमजोर कर दिया है। अगर यही हालत रही तो कल हमें रुपया सूक्ष्मदर्शी यंत्र से खोजना पड़ेगा। केंद्र सरकार बड़े पूंजीपतियों को अमीर बनाने का काम करती है लेकिन कर्ज चुकाने में असमर्थ छोटे कारोबारियों को खुदकुशी करने पर मजबूर करती है।’
हालांकि मोदी ने अपना भाषण हिंदी और अंग्रेजी में दिया लेकिन उनकी बातें स्थानीय भाषा में एक दुभाषिये के जरिये भी सुनाई गईं। मोदी ने कुछ शब्द तमिल के भी कहे जिसका वहां मौजूद लोगों ने जोरदार स्वागत किया। मोदी ने तमिलनाडु के लोगों को मेहनती और लगनशील करार देते हुए कहा कि यहां के लोग ‘रॉयल’ हैं। उन्होंने दावा किया कि गुजरात और तमिलनाडु कई मायने में एक जैसा है। मोदी ने कहा कि गुजरात सबसे अधिक कपास का उत्पादन करता है जबकि इस कपास की सबसे अधिक खपत तमिलनाडु में होती है।
मोदी ने भारतीय मछुआरों की समस्या के बहाने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘समुद्र तट पर बसे होने की वजह से गुजरात और तमिलनाडु की समस्या एक जैसी है। गुजरात के मछुआरों को पाकिस्तानी उठा ले जाते हैं जबकि तमिलनाडु के मछुआरों को श्रीलंकाई ले जाते हैं। इन मछुआरों को महीनों जेलों में बंद रखा जाता है और उन्हें मार दिया जाता है। ऐसा दिल्ली की सरकार (कांग्रेस नीत केंद्र सरकार) की वजह से हो रहा है। चाहे वह केरल हो, तमिलनाडु हो या गुजरात, अगर हमें समुद्र तट पर रहने वाले मछुआरे को सुरक्षित रखना है तो उन्हें बेरोकटोक रोजगार मुहैया कराना होगा और इसके लिए सबसे पहले दिल्ली की दुर्बल सरकार को हटाना होगा।’
मोदी ने ‘आधार’ कार्ड योजना पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘देश जानना चाहता है कि इस पर कितने रुपये खर्च हुए। इस खर्चे से क्या फायदा हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने इसे लेकर जो सवाल उठाए, उनका क्या हुआ।’ मोदी ने आरोप लगाया कि आधार कार्ड की वजह से देश में गैरकानूनी प्रवासियों की संख्या बढ़ेगी।