अमिबकापुर
धान का बोनस और समर्थन मूल्य वृद्धि के लिये प्रदेष व्यापी आहवान के तहत आज कांग्रेस ने बिलासपुर चौक में चक्का जाम कर आर्थिक नाका बंदी किया। 5 घंटे के चक्का जाम के बाद पुलिस ने 50 से अधिक कांग्रेसजनों को गिरफ्तार कर मुचलके पर रिहा किया। आमजनों की परेषानी को देखते हुए सिर्फ माल वाहक वाहनों को ही रोका गया था। चक्का जाम से बिलासपुर रोड पर ट्रकों की 2 किलोमीटर लम्बी कतार लगी रही। संभाग के सभी जिला एवं ब्लाक मुख्यालयों में चक्का जाम कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
बिलासपुर चौक में आयोजित आमसभा को सम्बोधित करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि धोखे से तीसरी बार सत्ता में आयी रमन सरकार को किसानों के मुददे से कोर्इ मतलब नहीं है। धान का समर्थन मूल्य बढ़ाना उनके लिये चुनाव स्टंट हो सकता है, मगर हम इस मुददे पर गम्भीर हैं। हमारी लड़ार्इ तब तक जारी रहेगी, जब तक कि किसानों को उनका बकाया बोनस और इस वर्ष 2400 रूपये प्रति किवंटल धान का भुगतान नहीं किया जा सकता। श्री अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने के लिये केन्द्र सरकार को चिटठी लिख कर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकते। जनता ने उन्हें चिटठी लिखने के लिये नहीं, बलिक परिणाम मूलक काम करने के लिये मुख्यमंत्री बनाया है। यदि केन्द्र सरकार के बूते ही भाजपा की सरकार चल रही है तो मुख्यमंत्री यह भी स्वीकार करें।
सीतापुर विधायक अमरजीत भगत ने कहा कि सरकार और सरकारी तंत्र संवेदनहीन हो चली है। एक ओर कांग्रेस के लोग किसानों के लिये धूप में सड़क पर बैठे हैं तो वहीं सरकार के लोग मैनपाट में कार्निवाल के नाम पर नाच-गाना करा रहे हैं। हमारा विरोध कार्निवाल का नहीं है, हम सिर्फ यह मांग कर रहे हैं कि किसानों को उनका हक दिया जाना चाहिए। जब तक किसानों को 2400 रूपये प्रतिकिवंटल का भुगतान और बकाया बोनस नहीं दिला लेते हम चैन से नहीं बैठेंगे।
वरिष्ठ कांग्रेसी बालकृष्ण पाठक ने मुख्यमंत्री और भाजपा की ओर से पीएम इन वेटिंग नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी को खुष करने रमन सिंह प्रदेष के संसाधन बेचने में लगे हैं। विकास यात्रा के समापन में 15 से 20 करोड़ की राषि खर्च की गर्इ। यह पैसा किसी भाजपायी का नहीं बलिक सरगुजा की जनता कि गाढ़ी कमार्इ का था। सरगुजा के लोगों ने चुनाव में 7 सीट देकर पार्इ-पार्इ का हिसाब चुकता किया है। नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद ने कहा कि धान खरीदी मे ं जिस प्रकार की गड़बड़ी उजागर हो रही है उससे जाहिर है सरकार की नियत साफ नहीं है। अगर पड़ोसी राज्य से धान खरीदी बंद कर र्इमानदारी से किसानों का धान खरीदा जाये तो सभी को 2400 प्रति किवंटल की दर से भुगतान किया जा सकता है।
जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष आलोक दुबे ने मुख्यमंत्री पर निजी लाभ के लिये सरगुजा का कोयला बेचने का आरोप लगाया, उन्हाेंने कहा कि पहले भटगांव एक्सटेंषन की खदान गड़करी के चहेते संचेती बंधुओं को बेच दी। कांग्रेस के विरोध के बाद उसे वापस किया गया। अब उदयपुर के परसा केते में गुजरात के बड़े व्यापारी को खदान दी गर्इ है। कहा जाता है कि इसमें भी भाजपा के एक बड़े नेता की पार्टनरी है। अदानी नाम की इस कंपनी ने पावर प्लांट की र्इंट भी नहीं रखी है लेकिन रोज करोड़ों का कोयला दूसरे राज्यों को बेच रही है।
कार्यक्रम को जिला महामंत्री जेपी श्रीवास्तव, अरविन्द सिंह गप्पू, मिडिया सेल अध्यक्ष द्वितेन्द्र मिश्रा, ब्लाक कांग्रेस शहरी अध्यक्ष हेमंत सिन्हा, ग्रामीण अध्यक्ष राकेष गुप्ता, प्रदीप वर्मा, अषफाक अली, संध्या रवानी, मधु दीक्षित, प्रमोद चौधरी, मदन जायसवाल, दुर्गेष गुप्ता सहित अन्य वक्ताओं ने सम्बोधित किया। धरना पष्चात तहसीलदार के माध्यम से राज्यपाल को चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर जिला कोषाध्यक्ष राजेष मलिक गुडडू, पार्षद शैलेन्द्र सोनी, बंटी शर्मा, वेदप्रकाष शर्मा, निरंजन राय, इन्द्रजीत सिंह धंजल, वीनू जायसवाल, अजय सिंह, परवेज खान, आलोक सिंह, रवि सिंह सिददू, रषीद पेंटर, नसीम खान, वित्तबाला मलतियार, सरिता पाण्डेय, रोजालिया एक्का, फ्रांसिसका बेक, जूही यादव, शहनाज अकबरी, विष्णु सिंहदेव, निक्की खान सहित काफी संख्या कांग्रेसजन उपसिथत थे।