अम्बिकापुर
शरह के भातूपारा इलाके में आज एक बस हादसे में 20 से अधिक लोग घायल हो गए है । घायलो में तीन की हालत नाजुक बनी हुई है । हादसे के वक्त बस काफी रफ्तार में थी और बस में सवार लोगो के मुताबिक ड्रायवर शराब के नशे में था । सभी घायलो को स्थानिय लोगो और पुलिस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दरअसल सूरज ट्रांसपोर्ट कंपनी की बस आज सुबह जिले के दमाली गांव से जिला मुख्यालय अम्बिकापुर आने के लिए निकली थी। लेकिन बस जैसे ही जिला मुख्यालय अम्बिकापुर के रिंग रोड के भातूपारा इलाके में पंहुची.. तो बस अनियंत्रित होकर सडक किनारे 15 फिट नीचे खाई में पलट गई । जानकारी के मुताबिक छुट्टियो खत्म होने के बाद आज ज्यादातर छात्र छात्राएं और कर्मचारी अपने अपने गांवो से मुख्यालय आने के लिए बस में सवार थे । घायल यात्रियो में घायल छात्रा करिश्मा कुशवाहा के मुताबिक बस में 50 से 60 की संख्या में यात्री सवार थे ,,, और हादसे के वक्त बस का ड्रायवर शराब के नशे काफी रफ्तार में बस चला रहा था । जिसकी वजह से अनियंत्रित होकर भातूपारा तालाब के दूसरी तरफ बस खाई में गिर गई। और 20 से अधिक यात्री घायल गो हए। जिन्हे स्थानिय लोगो की मदद से खाई से बाहर निकाल कर जिला अस्पताल ले जाया गया है।
घटना की जानकारी के बाद क्षेत्र की मणिपुर चौकी पुलिस के साथ ही सीएसपी जितेन्द्र शुक्ला के मौजूदगी में मणिपुर चौकी पुलिस नें भी घायलो को अस्पताल पंहुचाने में मदद की । इधर पुलिस के साथ ही बस दुर्घटना की सूचना पर लुण्ड्रा विधायक चिंतामणि कंवर भी मौके पर पंहुचे। जिसके बाद वो घायलो का हाल जानने जिला अस्पातल भी पंहुचे।
शहर के भातूपारा इलाके के रिंग रोड में हुई इस घटना की प्रारंभिक वजह भले ही तेज रफ्तार रही हो। लेकिन घायलो के बयान और परिस्थितियो के देखकर ये साफ हो रहा है कि घटना की तीन मुख्य वजह थी। जिसमे ड्रायवर द्वारा नशे की हालत में बस चलाना, आरटीओ विभाग की अनदेखी के कारण बस में ओवरलोड सवारी और कंडम बस का संचालन को हादसे की मुख्य वजह माना जा रहा है…फिलहाल देखना है कि इस हादसे में बाल बाल बचे दर्जनो यात्रियो से आरटीओ और पुलिस विभाग क्या सीख लेता है। क्या ओवर लोड और कंडम बसो पर कोई कार्यवाही होती है। या फिर प्रशासन फिर से ऐसे हादसो की इंतजार करता है।