अम्बिकापुर
शासकीय रघुनाथ सुपरस्पेशलिटी जिला अस्पताल मरीजों को खुली व गंदगी युक्त टंकियों से पेयजल की सप्लाई की जाने की खबर के बाद आज अस्पताल प्रबंधन की आंखे खुली और सुबह से ही टंकियों की सफाई के साथ-साथ गोदाम से ढ़क्कन निकाल कर लगाया गया। गौरतलब है कि इस खबर को हमने अपने पोर्टल के माध्यम से प्रमुखता से उठाया था।
हमने अपने इससे पहले के समाचार में बताया था कि खुली और गदंगी युक्त टंकियों से जिला अस्पताल में मरीजो को पेयजल सप्लाई की जा रही है । अस्पताल के विभिन्न वार्डो के उपर पेयजल सप्लाई के लिए लगी टंकियां खुली रहने से कचरे व काई का भंडार लगा हुआ था। इन खुली टंकियों को सुरक्षित करने नये ढक्कन तो मंगाये गये थे ,,, लेकिन प्रबंधन की उदासीनता और लापरवाह कर्मचारियो की वजह से टंकिया तो छत पर रख दी गई लेकिन ढ़क्कन गोदाम में ही पड़े हुये थे।
अस्पताल प्रबंधन के द्वारा इस ओर सोंचा भी नहीं गया था। इस गंभीर विषय की ओर सोंचने की जहमत किसी ने नहीं उठाई थी। एक ओर स्वच्छता का डंका सारे ओर पीटा जा रहा है बीमारी से बचने स्वच्छ परिवेश में जीवन को ढालने कवायद की जा रही है। दूसरी ओर देखे तो संभाग के सबसे बडे़ सुपरस्पेशलिटी अस्पताल रघुनाथ चिकित्सालय में मरीजोें को स्वच्छ पेयजल की भी सुविधा प्रबंधन के लिए नागवार गुजर रही थी। खुली टंकियां और उनके टंकियों में वर्षो से जमे काई कचरे से भरे पानी को मरीज व उनके परिजन पी रहे थे। लेकिन एक बार फिर जिला अस्पताल के अधिकारी समाचार प्रकाशन के बाद जागे और आखिरकार अस्पताल को मरीजो को और मरीज बनाने से बचाने के लिए प्रबंधन नें खुली टंकियो में ढक्कन लगाया।