अम्बिकापुर. छत्तीसगढ मे नगरीय निकाय चुनाव के सरगर्मिया तेज हो गई है. इसी बीच केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह और प्रदेश के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत के बीच रार छिड गई है. प्रदेश मे कुछ दिन बाद होने वाले आदिवासी नृत्य महोत्सव को लेकर दोनो नेता मे जुबानी जंग तेज हो गई है. केन्द्रीय मंत्री ने छत्तीसगढ सरकार के नृत्य महोत्सव पर सवाल खडे कर दिए हैं. तो सरकार के बचाव मे संस्कृति मंत्री ने ऐसा पलटवार किया है कि जो इस राजनैतिक जंग को भी तेज कर सकता है..
छत्तीसगढ की सिसायत की उपराजधानी कहे जाने वाले सरगुजा संभाग मुख्यालय मे दो बडे नेताओ के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. वैसे तो प्रदेश के सभी नेता मंत्री के साथ केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह भी सरगुजा संभाग के चुनावी दौरे पर हैं. लेकिन इस दौरान उन्होने मीडिया से चर्चा करते हुए छत्तीसगढ सरकार की मंशा और आगामी दिनो मे आय़ोजित होने वाले अंतराष्ट्रीय नृत्य महोत्सव पर सवाल उठा दिए हैं.
दरअसल केन्द्रीय मंत्री और सरगुजा सासंद रेणुका सिंह ने 27 दिसंबर से रायपुर मे आय़ोजित अंतराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्व के आय़ोजन मे अपनी अनदेखी का आरोप लगाया है. रेणुका सिंह के मुताबिक राज्य सरकार के मंत्री देश के विभिन्न प्रदेशो मे घूम घूम कर मुख्यमंत्रियो और मंत्रियों को आय़ोजन मे आमंत्रित कर रहे हैं. लेकिन आदिवासी मंत्रालय की केन्द्रीय राज्यमंत्री होने के बाद भी उन्हे आज तक इस आय़ोजन का निमंत्रण तक नही दिया है. केन्द्रीय मंत्री ने इस आरोप के साथ ये भी एलान किया है कि वो आने वाले दिनो मे इससे बडा आदिवासी नृत्य सामारोह कराएगीं. जिसमे देश के प्रधानमंत्री के साथ कई देशों के प्रधानमंत्री शामिल होगें.
केन्द्रीय मंत्री के इस गंभीर आऱोप के बाद प्रदेश की सियासत मे उबाल आना ही था. लिहाजा इस आरोप का जवाब प्रदेश के किसी मंत्री से लेना जरुरी था. लिहाजा जब संस्कृति मंत्री औऱ अंतराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के आय़ोजनकर्ता अमरजीत भगत से केन्द्रीय मंत्री के आऱोप का जवाब लिया गया था. तो उन्होने अपने अंदाज मे जवाब देते हुए कहा कि जब देशभर की कला संस्कृति और नेताओ को बुलाया गया है तो रेणुका सिंह को नहीं छोडेगे.. रेणुका सिंह को नचाएगें.. और हम मादर मतलब ढोल बजाएगें.
सरगुजा के सीतापुर विधायक औऱ भूपेश कैबिनेट के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत का ये बयान भले ही केन्द्रीय मंत्री के आऱोप का जवाब हो.. लेकिन अमरजीत भगत ने जिस अंदाज मे केन्द्रीय मंत्री को नचाने की बात कही है. उससे आने वाले दिनो मे राजनैतिक बवाल भी मच सकता है. हालाकि नगरीय निकाय चुनाव का वक्त है. तो ऐसे मे नेताओ का तू तू मै मै लाजमी है.