रायपुर। एडीजी पवन देव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उऩके खिलाफ एक बार फिर महिला आयोग में शिकायत की गई है। शिकायत पवन देव के खिलाफ आधी रात बंगले बुलाने और अश्लील बातें करने का आरोप लगाने वाली महिला कांस्टेबल द्वारा की गई है। मामले में महिला आयोग ने शिकायत को संज्ञान में ले लिया है और शिकायत पर कार्रवाई शुरु करने जा रही है।
महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक बुधवार को मुंगेली जिला के दौरे पर थीं। इस दौरान उनसे पीड़िता कांस्टेबल ने मुलाकात कर उन्हें शिकायतों के साथ शपथ पत्र सौंपा। शपथ पत्र में तत्कालीन बिलासपुर रेंज के आईजी रहे पवन देव के साथ ही, तत्कालीन एसपी मयंक श्रीवास्तव और थाना प्रभारी रहे राजीव श्रीवास्तव के खिलाफ भी शिकायत की है।
तत्कालीन थाना प्रभारी राजीव श्रीवास्तव और एसपी रहे मयंक श्रीवास्तव पर अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करने के साथ ही गवाहों और साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ करने और शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने का आरोप भी लगाया है।
पीड़िता द्वारा शपथ पत्र में कहा गया है, “मेरे प्रकरण में रेणु पिल्ले की रिपोर्ट एवं उप संचालक अभियोजक मेरी शिकायत को स्पष्ट रूप से बताती हैं। जिसमें f.i.r. होना अनिवार्य था। जो कि नहीं हुआ और पवन देव जैसे बदनियत अधिकारी को संरक्षण देने तत्कालीन थाना प्रभारी राजेश श्रीवास्तव एवं तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव ने प्रथम दृष्टया धारा 166 का के साथ-साथ धारा 217, 218 भादंसं 1860 का अपराध प्रथम दृष्टया किया है। जिनके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई करने की प्रार्थना है।”
“पवन देव जैसे अभियुक्तों को साक्ष्यों से छेड़छाड़ करने का पीड़ितों और गवाहों को प्रभावित करने का पूरा मौका तत्कालीन थाना प्रभारी राजेश श्रीवास्तव एवं तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव जैसों के द्वारा पूरा मौका मुहैया कराया जाता है। ऊपर से यही अधिकारी पीड़ितों के ऊपर साक्ष्यों से छेड़छाड़ कर मिथ्या आरोप लगाकर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जाता है। मानव अधिकार आयोग के द्वारा नोटिस को भी मेरे प्रकरण में बिना मुझे दिए तामिली कराए जाने एक की कार्रवाई कराने की चेष्टा की गई जिस पर विभाग को इस तरह की नीति से की गई कार्रवाई के लिए फटकार लगाई गई।”
इस पूरे मामले में महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कहा कि महिला कांस्टेबल ने शपथ पत्र के साथ शिकायत सौंपा है, आयोग इसे गंभीरता से ले रहा है। यहां से रायपुर पहुंचते ही कार्रवाई शुरु की जाएगी।