सूरजपुर. समाचार पत्रों में फिर से टीका लगने के बाद तीन बच्चों की तबियत बिगड़ी का समाचार प्रकाशित किया गया था. जिसके संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ आरएस सिंह ने बताया हैं कि बेबी आफ पिन्की पिता-मंगलसाय, उम्र-2 माह, निवासी-रूनियॉडीह, झगरिया पारा, को 01 दिसम्बर 2020 को पेन्टावेलेण्ट, ओ0पी0व्ही0, आई.पी.व्ही. एवं रोटावायरस का पहला टीका लगाया गया उसके बाद बच्चा स्वस्थ्य था. टीकाकरण के 22 दिन के बाद 22 दिसम्बर 2020 को बच्चे को ज्यादा रोने एवं हाथपॉव में अकड़न होने से जिला चिकित्सालय-सूरजपुर में भर्ती कराया गया. बच्चे को दिमागी बुखार (मेनिनजाइटिस) था. बच्चे को झटके भी आ रहे थे. सात दिन भर्ती रहने के उपरान्त स्वस्थ्य होने पर 29 दिसम्बर 2020 को बच्चे को डिस्चार्ज किया गया. उसके बाद बच्चा पुरी तरह घर पर स्वस्थ्य था. पाँच दिन बाद बच्चा को पुनः झटके आने पर जिला चिकित्सालय-सूरजपुर में उपचार के लिए लाया गया. परंतु उसी दिन बच्चे के परिजनों के कहने पर अम्बिकापुर के लिए रेफर कर दिया गया. बच्चे के परिजन 07 जनवरी 2021 को अम्बिकापुर से बिलासपुर ले जाकर निजी चिकित्सालय शिशु मंगलम में इलाज करा रहे थे. जहाँ 11 जनवरी 2021 को बच्चे की मृत्यु हो गई.
परिधी, माता-सरिता, पिता परूषोत्तम राजवाड़े, उम्र-ढाई माह, निवासी- महेशपुर, विकासखण्ड-प्रेमनगर, को 24 दिसम्बर 2020 को पेन्टावेलेण्ट, ओ.पी.व्ही., आई.पी.व्ही. एवं रोटावायरस का दूसरा टीका लगाया गया और उसके बाद बच्चा स्वस्थ्य था. टीकाकरण के 10 दिन के बाद 03 जनवरी 2021 से बच्चे को खॉसी तथा सॉस लेने में तकलीफ होने लगी. जिसकी वजह से दूसरे दिन 04 जनवरी 2021 को बच्चे के परिजन मिशन अस्पताल अम्बिकापुर में ले जाकर भर्ती कर इलाज करा रहे थे. वहॉ बच्चे को निमोनियाँ बीमारी होने पर इलाज तथा खून की कमी के कारण खून भी चढाया गया. परंतु बच्चे की तबियत में सुधार नहीं होने के परिजन 08 जनवरी 2021 को बच्चे को बिलासपुर शिशु मंगलम अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज करा रहे हैं.
बेबी आफ सावित्री, पिता देवचरण, उम्र 5 माह, निवासी-हरिजन पारा, तिलसीवॉ को 23 अक्टूबर 2020 को पेन्टावेलेण्ट, ओ0पी0व्ही0, आई.पी.व्ही. एवं रोटावायरस का पहला टीका लगाया गया था. इसके बाद बच्चे को कोई भी टीका नहीं लगाया गया. 10 दिसम्बर 2020 को बच्चे को उल्टी होने पर बच्चे को वाहय रोगी विभाग में इलाज कराया गया. पुनः 24 दिसम्बर 2020 को बच्चा दूध नहीं पी रहा था एवं सुस्त होने पर जिला चिकित्सालय-सूरजपुर, में भर्ती कर इलाज कराया जा रहा था. दो दिन तक जिला चिकित्सालय में उपचार के दौरान सुधार नहीं होने पर बच्चे को निजी चिकित्सालय-शिशु मंगलम सिटी हॉस्पीटल अम्बिकापुर में इलाज हेतु भर्ती किया गया. 07 जनवरी 2021 को बच्चे को अम्बिकापुर से शिशु मंगलम हॉस्पीटल बिलासपुर के लिए रेफर कर दिया गया. वर्तमान में बच्चे का बिलासपुर में ही इलाज चल रहा हैं.
बेबी आफ उर्मिला, पिता मिथुनदास पनिका, निवासी-रामानुजनगर का 18 दिसम्बर 2020 जिला चिकित्सालय अम्बिकापुर में जन्म हुआ था. लेकिन बच्चे का सूरजपुर में टीकाकरण नहीं किया गया था. बच्चा 26 दिसम्बर 2020 को दूध नहीं पीने एवं सुस्त रहने के कारण परिजन उसे शिशु मंगलम सिटी हॉस्पीटल अम्बिकापुर में ले जाकर इलाज करा रहे थे. बच्चे के स्वस्थ्य होने पर बच्चे के परिजन बच्चे को डिस्चार्ज कराकर 11 जनवरी 2021 को अपने घर रामानुजनगर लेकर आ गये हैं.