कोरिया (बैकुण्ठपुर से J.S.ग्रेवाल)
सरगुजा विश्वविद्यालय की लापरवाही की वजह से शुक्रवार को रामानुज प्रताप सिंह देव स्नातकोत्तर कॉलेज में बीएससी प्रथम वर्ष (स्वाध्यायी) के 30 से अधिक स्टूडेंट को प्रैक्टिकल एग्जाम में बैठने नहीं दिया गया। कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि विश्वविद्यालय की भेजी गई सूची में स्टूडेंट्स का नाम और रोल नंबर नहीं है।
रामानुज प्रताप सिंह देव स्नातकोत्तर कॉलेज में शुक्रवार को बीएससी प्रथम वर्ष जूलॉजी विषय का प्रैक्टिकल एग्जाम लिया गया। इस दौरान करीब 30 से अधिक स्वाध्यायी स्टूडेंट्स भी प्रैक्टिकल एग्जाम देने पहुंचे थे। लेकिन स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल होने से वंचित हो गए।
स्टूडेंट्स का कहना है कि कॉलेज प्रबंधन विश्वविद्यालय को भेजी गई सूची में नाम और रोल नंबर नहीं होने की बात कह कर परीक्षा में बैठाने से इंकार कर दिया। जबकि स्वाध्यायी स्टूडेंट्स को विश्वविद्यालय प्रबंधन ने बाकायदा एडमिट कार्ड जारी किया है। एडमिट कार्ड में रामानुज प्रताप स्नातकोत्तर कॉलेज परीक्षा केंद्र अंकित है।
मामले में एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव गुप्ता, प्रशांत सिंह, छात्रसंघ अध्यक्ष निकिता दुबे, उपाध्यक्ष काजल मिश्रा, सचिव रोहित दुबे, सह सचिव रोहित कोरी सहित अन्य ने वंचित स्टूडेंट्स को परीक्षा में बैठने सरगुजा विश्वविद्यालय के कुलपति के नाम पत्र भेजा है