अम्बिकापुर
प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा बस्तर में लोकतंत्र बचाओ आंदोलन का कार्यक्रम रखा गया था, जिसमें शासन के इशारे पर कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने हुए बर्बरता पूर्ण कार्यवाही करते हुए लाठी-डण्डों से पुलिस द्वारा पिटा गया था, जिसके विरोध में प्रदेश भर में कांग्रेस द्वारा ब्लाॅक, जिला व संभाग स्तर पर विरोध प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह का पुतला जलाया गया। इस तारतम्य में सरगुजा संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, प्रदेश कांग्रेस सचिव व सभापति निगम शफी अहमद के नेतृत्व में मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह का पुतला जलाते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान मिडिया से बात करते हुए प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि चारों ओर प्रशासनिक गुण्डा गर्दी बढ़ रही है, प्रदेश के हर जिले में एक ही कानून अलग-अलग ढंग से पालन कराया जाता है। उन्होंने कहा कि लगभग-लगभग प्रदेश के हर जिले में पुतला दहन के कार्यक्रम विभिन्न संगठनों व राजनीतिक पार्टियों द्वारा विरोध स्वरूप किया जाता है, बाकि जिलों में पुतला दहन को लेकर इतनी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, पुलिस की तैनाती तथा पुतला जब्ती जैसी कार्यवाही नहीं देखी जाती, लेकिन सरगुजा ही एक मात्र जिला है जहां पर पुतला जलाना सबसे बड़ा अपराध है।
प्रदेश सचिव व सभापति शफी अहमद ने कहा कि यह सरकार पूर्ण रूप से लोकतंत्र की हत्यारी है, ना तो यहां नियमों का सही पालन होता है और ना लोकतंत्रात्मक पद्धति से मिले अधिकारों के तहत् किये जा रहे विरोध प्रदर्शन को सरकार कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को, नेताओं को जबरन परेशान करना चाहती है और ऊपर से दबाव डालकर प्रशासनिक अधिकारियों से कांग्रेसीयों पर बर्बरता पूर्ण कार्यवाही कराती है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, लोकतंत्र की हत्या करने वाली सरकार को लगातार हम विरोध प्रदर्शन कर जवाब देते रहेंगे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में विरोध प्रदर्शन स्थल डाॅ. अम्बेडकर चौक पहुंचते ही जिला महामंत्री राजीव अग्रवाल को गांधीनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लगभग एक घंटे बाद कांग्रेसीयों के दबाव पर छोड़ा गया, पुलिस का कहना था कि पूर्व के आंदोलनों में पुतला जलाने के कारण जिला महामंत्री राजीव अग्रवाल के नाम से एफआईआर दर्ज है, इसलिये इन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। पुलिस द्वारा पूर्व में दो पुतला जब्त कर लिया गया, लेकिन इसके बावजुद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पुलिस को चकमा देकर मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह का पुतला जला दिया। इस दौरान तहसीलदार पटेल भी मौके पर आकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को समझाते हुए विरोध प्रदर्शन समाप्त करने की बात कहते रहे, किन्तु कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने अपना आंदोलन जारी रखा।
इस दौरान महापौर डाॅ. अजय तिर्की, जिला उपाध्यक्ष आलोक दुबे,महामंत्री अरविन्द सिंह गप्पु, मिडिया सेल अध्यक्ष द्वितेन्द्र मिश्रा, ब्लाॅक अध्यक्ष हेमंत सिन्हा, ब्लाॅक अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता, हेमंत तिवारी, शफीक खान, अतुल तिवारी, अनिल चन्द्र शुक्ला नान भैया, राधेश्याम सिंह, बंटी शर्मा, नुरूल अमिन सिद्दीकी, बिजेन्द्र गुप्ता, इन्द्रजीत सिंह धंजल, मो. इस्लाम, वेद प्रकाश शर्मा वेदी, प्रमोद चैधरी, दुर्गेश गुप्ता, दीनू सोनी, मधु दीक्षित, संध्या रवानी, निर्मला केहरी, सूमन सिंह, शेख नसीमा, सरीता पाण्डेय, नसरीन एहसन, शकीला परवीन, जूही यादव, चित्रा मिश्रा, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, बैजनाथ ठाकुर, चुनमुन तिवारी, पपीन्दर सिंह, सतीश बारी, विकल झा, हिमांश जायसवाल, आतिफ रजा, रवि सिंह सिद्धु, मोनु सिन्हा, बालकेश्वर तिर्की, रामेश्वर तिर्की सहित काफी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।