अम्बिकापुर (निलय त्रिपाठी) बतौली क्षेत्र के हाथी संवेदनशील गांव में पिछली दो रातों में हाथियों ने भारी तबाही मचाई है। हाथियों के दहशत से ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हो गए थे। वन विभाग नुकसान का आकलन करने में जुटा है। विभाग का दावा है कि जल्द ही मुआवजा प्रकरण तैयार कर मुआवजा देने की कार्रवाई की जाएगी।
बतौली क्षेत्र में शनिवार की रात 16 हाथियों का दल जशपुर क्षेत्र से होते हुए बतौली के सलेयाडीह गांव आ गया था ।शनिवार की रात हाथियों ने गन्ना, गेहूं और धान की बीस एकड़ से ज्यादा फसल नष्ट कर दी। हाथी इसके बाद घोघरा से होते हुए मानपुर जंगल आ गए थे। रविवार की रात मानपुर जंगल में हाथियों ने भारी तबाही मचाई है। मानपुर के सबितलाल, सुधेश्वर, सुदामा ,शिव साय,किशुन,नकुल राम ,संतराम शैलेंद्र और फगुना सहित अन्य किसानों की चार एकड़ में लगी गन्ने और गेहूं की फसल हाथियों ने चौपट कर दी है। घोघरा गांव में भी हाथियों ने रविवार की रात लगभग दो एकड़ की फसल नष्ट की। घोघरा के प्रभावित किसान कलिंदर ,राजेश ,प्रभु नारायण और संदल ने जल्द मुआवजा देने की मांग की है ।बतौली क्षेत्र में पिछले साल भर से हाथी हाथियों की आवाजाही बंद थी ।अचानक शनिवार की रात हाथियों के पहुंचने से दोनों गांव में दहशत व्याप्त हो गया। साल भर की मेहनत की कमाई हाथियों ने चौपट कर दी है। किसानो को काफी नुकसान सहना पड़ रहा है। दो रातें कड़कड़ाती ठंड में रतजगा करने को किसान मजबूर थे।जानकारी दी जा रही है कि मानपुर से हाथी लुंड्रा क्षेत्र के असकला की ओर रवाना हो गए हैं। फिलहाल बतौली क्षेत्र के किसानों ने राहत की सांस ली है ।हाथियों से भयभीत ग्रामीणों को वन कर्मियों ने काफी समझाइश देने की कोशिश की ताकि कोई भी हाथियों के पास ना जा सकें। रेंज असिस्टेंट सुनील सिंह पैकरा और वनकर्मी महेश तिग्गा ने ग्रामीणों के साथ हाथियों को जंगल क्षेत्र का रास्ता दिखाने काफी मशक्कत की।
सुनील सिंह पैकरा रेंज असिस्टेंट सलैयाडीह सर्किल
इस सम्बन्ध में सलैयाडीह सर्किल के रेंज असिस्टेंट सुनील सिंह पैकरा ने बताया की 16 दस्यीय हाथी दल ने बतौली क्षेत्र के कई किसानों की फसलें नष्ट की है ।जल्द मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है ताकि किसानों की नुकसान की भरपाई की जा सके।