सूरजपुर
प्रतापपुर से (राजेस गर्ग)
नए साल की खुशियाँ प्रतापपुर विकासखंड के सैकड़ो गांवो में रहने वाले लोगो के लिए बेमानी साबित हो रही है पुराने साल की विदाई के साथ ही इस क्षेत्र में हाथियों ने एसा तांडव किया है जिससे लोगो का जीना मुहाल हो गया है, कभी हाथी इंसान को मारते है तो कभी इंसानी दिमाग के फितूर से हाथियों की मौत होती है, किसानो की फसलो का नुक्सान और ग्रामीणों के घर हाथियों द्वारा ढहाया जाना तो आम प्रक्रिया में शामिल हो चुका है इसका सरकारी जुगाड़ भी मुआवजे के तौर पर जान माल की क्षति पूर्ती कर देता है। फिलहाल इस हाथियों के आतंक से पूरा क्षेत्र थर्राया हुआ है, लोग का हाथियों के डर से खाना पीना, सोना तक मुश्किल हो गया है।
वन परिक्षेत्र प्रतापपुर में इन दिनों हाथियों का दल क्षेत्र में उत्पात मचा रहा है वहीं हाथियों व मानव के बीच संघर्ष में हाथियो की जान जा रही है। सोमवार रात जनपद पंचायत प्रतापपुर के ग्राम बगड़ा, ददुरापारा में गर्भवती हथिनी व उसके बच्चे की मौत करंट लगने से हुई थी। मिली जानकारी के अनुसार छब्बीस हाथियो के दल से भटके दो हाथियों की मौत के बाद दल में बचे तेईस हाथियों में से एक बूढ़े हाथी ने दल से अलग होकर मंगलवार की रात ग्राम बंशीपुर व करौंधा में जमकर उत्पात मचाया। उसने जहां सात घर तोडा वहीं करीब दस एकड़ में लगी फसलों को नुकसान पहुंचाया है। वन परिक्षेत्र प्रतापपुर के बंशीपुर, सोनगरा इलाके में तेईस हाथियों का दल विचरण कर रहा है। हाथियों द्वारा आए दिन जहां लोगों को मौत के घाट उतारा जा रहा है वहीं घर तोडऩे के अलावा फसलों को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। रविवार शाम को झिंगादोहर जंगल में हाथियों ने एक युवक को कुचलकर मारा था। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सोनगरा के समीप बनारस मार्ग जाम कर दिया था। बंशीपुर जंगल में डटे तेईस हाथियों के दल से निकलकर मंगलवार की रात एक बूढ़ा हाथी ग्राम सोनगरा होते हुये करौंधा व बंशीपुर में घुस आया। ग्राम करौंधा में उसने जहां एक ग्रामीण के घर को तोड़ दिया वहीं बंशीपुर में छः घरों को नुकसान पहुंचाया। इसके अलावा खलिहान व घर में रखा धान भी चट कर गया। बुधवार की सुबह करीब हाथी प्रभारी जगतलाल मरावी व वनपाल अशोक पावले तथा रामकिशुन मरानी ने हाथी को वहां से खदेड़कर बंशीपुर जंगल में दल के पास पहुंचा दिया।
हाथी ने किसानों की फसल रौंदी और घर तोड़े
हाथी ने करौंधा तथा बंशीपुर निवासी भुनेश्वर पिता भागवत, अमर साय पिता भागवत, धनमेत पति सोमारु, अनिल पिता रामनारायण व पे्रम पिता ललुआ के अलावा धूमाडांड़ निवासी नधियारो पति बृजेश के घरों को भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। तथा दस एकड़ खेतों में लगी फसल गोभी, मटर, टमाटर, अरहर, चना सहित अन्य फसलों को खाया और रौंद डाला । इससे करीब पच्चीस किसानों को काफी नुकसान हुआ है। वन विभाग द्वारा हुए नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।