अम्बिकापुर समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सामर्थ्य विकास प्रशिक्षण केंद्र में एक नेत्रहीन दिव्यांग छात्रा ने प्रशिक्षक की छेड़छाड़ से परेशान होकर कीटनाशक का सेवन कर लिया। मामले का शर्मनाक पहलू यह है कि प्रशिक्षक पर अन्य दिव्यांग छात्राओं के साथ भी अश्लील हरकतें करने का भी आरोप लगा है।
दरअसल अम्बिकापुर के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सामर्थ्य विकास प्रशिक्षण केंद्र के कम्प्यूटर प्रशिक्षक की करतूतों से परेशान 18 वर्षीय युवती ने कीटनाशक का सेवन कर लिया है। दुनिया को अपनी नज़रों से ना देख पाने वाली यह मासूम राजनांदगांव से अम्बिकापुर के इस प्रशिक्षण केंद्र में आई तो थी जीवन मे कुछ नए रंग भरने, लेकिन इसे यह नही पता था कि यहाँ आने के बाद उसे वहशी निगाहें इस कदर निहारने को बेताब हैं। माजरा, झांक-ताक तक ही रहता तो ठीक था लेकिन धीरे धीरे शिक्षक की करतूत बढ़ने लगी और वह मासूम की बेबसी का फायदा उठाने की कोशिश भी करने लगा। इसकी शिकायत भी हुई लेकिन कुछ ना हुआ। वही इस घटना के बाद भी मामले को छुपाने भरसक कोशिश विभाग द्वारा की गई।
शुक्रवार की रात हुई इस घटना को समाज कल्याण विभाग के अफसरों ने बेहद छुपाने की कोशिश की.. इतना ही नही पीड़िता को मेडिकल कॉलेज ले जाने के बजाय उसे प्राईव्हेट अस्पताल में लाकर दाखिल कर दिया। लेकिन दिव्यांग समाज सेवी रीता अग्रवाल की पहल के बाद यह मामला थाने पहुंच गया है और मामले में गांधीनगर पुलिस ने आरोपी मोहम्मद सैफ के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।