अम्बिकापुर – छत्तीसगढ पुलिस हेडक्वार्टर ने पिछले दिनो आईपीएस केसी अग्रवाल को सरगुजा आईजीपी की जिम्मेदारी दी थी. जिसके बाद आज उन्होने सरगुजा रेंज के आईजीपी के रुप मे पदभार ग्रहण किया है, आईपीएस हिमांशु गुप्ता के तबादले के बाद आए श्री अग्रवाल ने आज पदभार ग्रहण कर लिया है.. इस दौरान सरगुजा पुलिस रेंज के पांचो जिले के पुलिस अधीक्षक भी मौजूद रहें. इधर मीडिया से चर्चा करते हुए नवपदस्थ आईजीपी केसी अग्रवाल ने कोयला , कबाड और अन्य असमाजिक गतिविधियों मे संलिप्त लोगों को कडा संदेश दिया है कि पुलिस रेंज मे कोई भी गैरकानूनी काम नहीं होगा.
बता दे कि 2002 बैच के आईपीएस केसी अग्रवाल ने सूरजपुर जिले में एसपी रहने के दौरान तत्कालीन आईजी के निर्देश पर उन्होंने कोल माफियाओं के ठिकाने पर ताबड़तोड़ छापेमारी की कार्यवाही की थी..जिसके बाद पिछली रमन सरकार ने सेवा से पहले रिटायर्ड कर दिया था. जिसके बाद उन्होंने अपनी सेवानृवत्ति को कैट मे चैलेंज किया था. और कैट ने के सी अग्रवाल के अनिवार्य सेवानृवत्ति के आदेश को रद्द कर दिया था. और वे बहाल कर दिए गए थे..
वही आईपीएस के सी अग्रवाल के सामने एक बार फिर आफत खडी हो गई थी. जब कैट के फैसले को भारत सरकार ने उच्च न्यालाय मे चुनौती दी थी. लेकिन कोर्ट से भी के सी अग्रवाल के पक्ष मे फैसला आय़ा. पर अब उनको प्रदेश मे कहीं ज्वाईनिंग नहीं दी गई. हांलाकि उसके बाद प्रदेश मे सत्ता का परिवर्तन हुआ और एक बार नई सरकार ने उन्हे फिर से ज्वाईनिंग दी और आज वो सरगुजा रेंज के आईजी हैं ..
इसके अलावा आपीएस केसी अग्रवाल पर सूरजपुर जिले के एसपी रहने के दौरान कोयला संबधी मामलो का आरोप लगा था. लिहाजा 20 साल के सेवाकाल मे खऱाब सर्विस रिकार्ड के कारण उन्हे फार्सली रिटायर्डमेंट का शिकार होना पड़ा था.