अम्बिकापुर..जिले मे 28 और 29 दिसंबर की दरमियानी रात साल का सबसे न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया. मौसम विभाग की जानकारी के मुताबिक़ बीती रात को अम्बिकापुर शहर मे 4.9 डिग्री सेल्सियस तक तापमान लुढक गया है. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों मे तापमान इससे भी कम रहा है. वही जिले के हिल स्टेशन मैनपाट मे न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.
रिकार्ड ठंड मे नए साल की शुरुआत..
दिसबंर के महीने अंतिम सप्ताह शीत लहर की वजह से पड रही रिकार्ड तोड़ ठंड का असर आगामी दो तीन दिन तक और रह सकता है. मतलब 31 तारिख मतलब साल के अंतिम दिन का लुफ्त उठाने की रूपरेखा तय कर चुके लोग ठंड के तेवर से मायूूस हो सकते हैं. क्योंकि मौसम विभाग ने इस बात के स्पष्ट संकेत दे दिए हैं कि आगामी दो दिन तक तापमान मे और गिरावट दर्ज की जा सकती है. मतलब मैनपाट और अन्य पहाडी हिस्सों मे तापमान शून्य या उसके नीचे तक जा सकता है. तो जिले शहरी इलाकों मे रिकॉर्ड तोड़ ठंड किसी के नए साल मे मायूसी तो किसी के नए साल को खुशनुमा बना सकती है.
ए एम भट्ट , मेट्रोलॉजिस्ट ,केंद्रीय मौसम कार्यालय अम्बिकापुर के मुताबिक…
दिसम्बर के पहले सप्ताह में प्रारम्भ हुआ न्यूनतम पारा में गिरावट का क्रम दौर, पेथई तूफान की सक्रियता के कारण थम गया था जिससे दैनिक न्यूनतम तापमान 9 दिसम्बर को 8.1℃ तक गिरने के बाद लगातार ऊपर चढ़ते हुए 14 दिसम्बर को 12.8 ℃ तक पहुंच गया था. पैथई के प्रभावहीन होने के बाद पारा ज्योंहि नीचे गिर कर 16 दिसम्बर को 7.7 ℃ तक पहुंचा था .उसी दौरान दक्षिण भारत के के क्षेत्रों में चक्रवात के निर्मित होने तथा उत्तर भारतीय प्रांतों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादलों की सक्रियता के कारण उत्तर छत्तीसगढ़ के आसमान परभी बादलों की आवाजाही बने होने के कारण न्यूनतम तापमान में पुनः तेजी देखी गयी. इस बार पारा 7.7 ℃ से बढ़कर 18 दिसम्बर को पुनः 12.4 ℃ तक पहुंच गया. पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने तथा दक्षिण भारतीय प्रदेशो में चक्रवात के प्रभावहीन होते ही उत्तर छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान में एक बार फिर गिरावट प्रारम्भ हो गया है. लगातार उत्तर भारत के हिमालय से टकरा कर आने वाली ठंडी ,शुष्क और बर्फीली हवाओं के कारण शीत लहर चलने से हवा में ठिठुरन उत्पन्न हो गया है.आज अम्बिकापुर शहर का न्यूनतम तापमान 4.9℃ रिकार्ड किया गया जो इस सीजन के अब तक का न्यूनतम तापमान है. हिमालयन क्षेत्रों में हुए ताजा बर्फ़बारी और आसमान के बादल मुक्त होने के कारण उत्तरी हवाओं की सघनता में वृद्धि तथा अगले दो तीन दिनों तक शीत लहर के जारी रहने की संभावना है.