अम्बिकापुर 13 जून 2014
- गृहमंत्री द्वारा दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ
- रामगढ़ की ऐतिहासिकता देश-विदेश में गौरवान्वित होगा – गृहमंत्री
प्रदेश के गृह, जेल एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री रामसेवक पैकरा ने आज राजमोहिनी देवी भवन अम्बिकापुर में आषाढ़ माह के प्रथम दिवस के पावन अवसर पर 13 एवं 14 जून को आयोजित दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव 2014 का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया।
सरगुजा जिले में स्थित रामगढ़ ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसकी महिमा देश-प्रदेश सहित दूर-दूर तक फैली है। इसकी ऐतिहासिकता देश ही नहीं विदेश में भी गौरवान्वित होगा। जिसके लिए हम सब को प्रयास करना होगा। रामगढ़ हमारे लिए अप्रतिम धरोधर है। सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से भी रामगढ़ का विशेष महत्व है। शासन का यह प्रयास होगा कि इस स्थल का यथोचित विकास हो, ताकि इसकी महिमा दूर-दूर तक फैले, लोग रामगढ़ की महिमा से अवगत हो सके, उक्त विचार छत्तीसगढ़ शासन के गृह एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री रामसेवक पैकरा ने रामगढ़ महोत्सव के प्रथम दिवस राजमोहिनी देवी भवन में आयोजित शोध संगोष्ठी के उद्घाटन अवसर पर व्यक्ति किए। श्री पैकरा ने कहा कि अविभाजित सरगुजा जिले में भी ऐतिहासिक, धार्मिक और पुरातात्विक महत्व के कई स्थल है। जिनका विकास आवश्यक है। हमारा प्रयास होगा कि इन स्थलों का समुचित विकास सुनिश्चित हो।
सरगुजा सांसद श्री कमलभान सिंह ने अपने उद्बोधन में रामगढ़ को सरगुजा का गौरव बताते हुए इसके गौरव के व्यापक प्रचार-प्रसार पर बल दिय। हस्तशिल्प विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्री अनिल सिंह मेजर ने स्वर्गीय भास्कराचार्य त्रिपाठी के योगदान को स्मरण करते हुए रामगढ़ की महिमा को प्रचारित करने पर विशेष जोर दिया। भास्कराचार्य त्रिपाठी के पुत्र श्री निलिम्प त्रिपाठी ने रामगढ़ को प्राचीन नाट्यशाला, मेघदूत की रचनास्थली और दण्डारण्य का प्रवेश द्वार बताते हुए सरगुजावासियों के लिए इस स्थल को गौरवान्वित करने वाला बताया।
कलेक्टर एवं जिला पुरातत्व की अध्यक्ष श्रीमती ऋतु सैन ने आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए आश्वस्त किया कि इस आयोजन से प्राप्त होने वाले फीडबैक की समीक्षा कर भविष्य में भव्यतम आयोजन किया जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से रामगढ़ के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किये जाने की बात कही है।
गृहमंत्री द्वारा छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन
प्रदेश के गृह, जेल एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री रामसेवक पैकरा ने दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव 2014 के शुभारंभ के पावन अवसर पर 13 जून को अम्बिकापुर स्थित राजमोहिनी देवी भवन में महाकवि कालीदासजी के ग्रंथों एवं रचनाओं की आयोजित पुस्तक प्रदर्शनी तथा छायाचित्र प्रदर्शनी का
अवलोकन किया। जनसंपर्क विभाग द्वारा रामगढ़ के दुर्लभ छायाचित्रों से संबंधित छायाचित्र प्रदर्शनी को सभी ने देखा एवं सराहा।
शोध संगोष्ठी का आयोजन
रामगढ़ महोत्सव के पावन अवसर पर महाकवि कालीदास की ग्रंथों से शोध पत्र वाचन में महाकवि कालिदास की प्रकृति, चित्रण एवं पर्यावरण प्रेम विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया गया। इसी तरह शोधार्थियों ने पुरातत्व एवं इतिहास की झलक, पुरासंपदा एवं भारतीय सस्कृति की धरोहर, रामगढ़ की नाट्यशाला, कालिदास और रामगढ़ का अंनत संबंध विषय पर प्रस्तुत किया गया। जिनमें अमीत कुमार दुबे, राजनारायण द्विवेदी, श्री अमित कुमार दुबे, श्री चारूचंद, डाॅ. राम विजय शर्मा, अजय चतुर्वेदी, राजेश सिंह सिसौदिया, कुमारी नूतन एक्का, मनोज कुमार, अमिताभ सिंह, शरद गोड़, अश्विनी चौहान, एस.के. मिश्रा, निलिमा त्रिपाठी आदि ने अपना शोध पत्र वाचन किया।
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित
रामगढ़ महोत्सव के शुभारंभ दिवस पर संध्या 5 बजे प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 6 टीमों की 12 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रतिभागियों में वरिष्ठ नागरिक, शोधार्थी, महिला, छात्र एवं मीडिया की टीम शामिल थी। प्रतियोगिता में रामगढ़ से संबंधित सवाल पूछे गए जिसमें देवगढ़ की टीम सर्वोच्च अंक के साथ प्रथम स्थन पर रही। इसी तरह अल्कापुरी की टीम द्वितीय एवं रामगढ़ की टीम तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को प्रशस्ति पत्र सहित नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। लोगों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में हिस्सा लेने वाले विद्वानजन, पुलिस अधीक्षक सुन्दरराज पी., वनमण्डलाधिकारी श्री मोहम्मद शाहिद, अपर कलेक्टर एन.एन एक्का एवं जिले के निर्वाचित जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, मीडिया के प्रतिनिधि, आमंत्रित अतिथि जिले के विभिन्न विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा नगर की आम जनता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।