जिला प्रशासन एवं समाज कल्याण विभाग तथा भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) के संयुक्त तत्वाधान में आज निःशक्तों की पहचान एवं मूल्यांकन के लिए दो दिवसीय मेगा कैंप राजनांदगांव के महेश्वरी भवन में शुरू हुआ। सांसद श्री मधुसूदन यादव की मौजूदगी में शिविर का शुभारंभ हुआ। इस शिविर के पहले दिन विभिन्न आयु वर्ग के 1230 निःशक्तों की निःशक्तता की पहचान एवं उनके लिए उपयोगी कृत्रिम अंग प्रदाय करने विशेषज्ञों द्वारा स्क्रीनिंग एवं नाप ली गई। शिविर में निःशक्तजनों के साथ बड़ी संख्या में उनके परिजन भी पहंुचे थे। शिविर में आने वाले निःशक्तजनों के स्वल्पाहार, चाय एवं भोजन की निःशुल्क व्यवस्था समाज कल्याण विभाग ने सामर्थ विकास योजना के तहत की थी। निःशक्तजनों को जनपदो से कैम्प में लाने-ले जाने की व्यवस्था भी समाज कल्याण विभाग ने की थी। शिविर में विभिन्न प्रकार की निःशक्तता जैसे अस्थिबाधित, श्रवणबाधित, दृष्टिबाधित, मानसिक विकलांग आदि की स्क्रीनिंग एलिम्को के विशेषज्ञों ने की। शिविर के पहले दिन 555 निःशक्त ऐसे पाए गए, जिन्हें एलिम्को के सौजन्य से निःशुल्क कृत्रिम अंग एवं उपकरण दिये जाएगे। शिविर के शुभारंभ अवसर पर कलेक्टर श्री अशोक अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला, अपर कलेक्टर श्री डी.सिंह, डिप्टी कलेक्टर अविनाश भोई, एलिम्को के पदाधिकारी श्री प्रांजल, समाज सेवी सर्वश्री अब्दुल्ला यूसूफ, सतीश भट्टड़, हेमत तिवारी एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
शिविर को संबोधित करते हुए सांसद श्री मधुसूदन यादव ने इस आयोजन के लिए जिला प्रशासन, एलिम्को एवं नगर की सेवाभावी संस्थाओं की सराहना की। सांसद श्री यादव ने कहा कि निःशक्तजनों के कल्याण का यह एक अच्छा आयोजन है। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से निःशक्तों को आवश्यक उपकरण सहजता से उपलब्ध हो सकेंगे। इसके लिए उन्हें भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सांसद श्री यादव ने आगे कहा कि जरूरतमंद लोगों की मदद एवं सेवा में राजनांदगांव सदैव अग्रणी रहा है। उन्होंने शिविर की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। कलेक्टर श्री अशोक अग्रवाल ने कहा कि मात्र 4-5 दिन की तैयारी में यह मेगा कैम्प आयोजित किया गया है। शिविर में बड़ी संख्या में निःशक्तजनों एवं उनके परिजनों की उपस्थिति पर कलेक्टर ने प्रसन्नता जताई और कहा कि शिविर में आए प्रत्येक निःशक्त का परीक्षण कर कृत्रिम अंग एवं उपकरण की नाप ली जाएगी। निःशक्तों को 5 एवं 6 फरवरी को इसका वितरण कैम्प लगाकर किया जाएगा। संस्कार श्रद्धांजलि के अध्यक्ष सतीश भट्टड़ ने भी शिविर को संबोधित किया। उपसंचालक समाज कल्याण श्री आर.वाय. तिवारी ने शिविर के आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि शिविर में पहले दिन 1500 निःशक्तों के जांच का पंजीयन किया गया हैै। यह शिविर शासन की मदद से निःशुल्क आयोजित किया जा रहा है। 20 दिसम्बर को भी निःशक्तजनों का परीक्षण एवं मूल्यांकन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राजनांदगांव जिले के 4 विकासखंडों में निःशक्त पुनर्वास केन्द्र संचालित है। इसके माध्यम से निःशक्तजनों को लाभ पहुचाया जा रहा है। उन्होंने सांसद श्री यादव से जिले से समस्त विकासखंडो में निःशक्त पुनर्वास केन्द्र की स्वीकृति दिलाई जाने का आग्रह किया। उपसंचालक ने इस अवसर पर निःशक्तजनों के कल्याण के लिए शासन द्वारा संचालित योजनाओं की भी जानकारी दी। कार्यक्रम में अभिलाषा एवं मनोकामना के निःशक्त बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति दी गई। सांसद श्री यादव एवं कलेक्टर श्री अग्रवाल ने इस मौके पर निःशक्तजनों की विशेषज्ञों द्वारा की जा रही स्क्रीनिंग का भी मुआयना किया।
उपसंचालक श्री तिवारी ने बताया कि शिविर में पहले दिन 555 निःशक्त चिन्हित किए गए है, जिन्हें निःशुल्क उपकरण प्रदाय किया जाएगा। इसमें कृत्रिम अंग कैलिपर्स के 94, ट्राईसायकल के 129, बैसाखी के लिए 98, श्रवणयंत्र के 193, ब्लांइड स्टिक के 16, व्हीलचैयर के लिए 30, मानसिक विकलांगता के 30, ब्रेलकिट के 6 तथा रोवेटर के लिए 9 निःशक्त पात्र पाए गए है।