अम्बिकापुर
संभाग में मेडिकल काॅलेज की स्थापना के मद्देनजर चल रही कई कवायदों के बीच आज प्रदेश भर के वर्तमान मेडिकल काॅलेज के सलाहकार सुनिल वर्मा आज जिला अस्पताल पहुंचे। श्री वर्मा पूर्व में सरगुजा विश्वविद्यालय का कुलपति रह चुके है। मेडिकल काॅलेज की स्थापना को लेकर पहुंचे। श्री वर्मा ने आते ही सिविल सर्जन डाॅ. एनके पाण्डेय से मिले। जिला अस्पताल की टीम के साथ बंद कमरे में चर्चा करते हुये 32 बिन्दूओं पर पाई कमियों पर ध्यान आकृष्ट कराया और जल्द दूर करने की बात कही।
क्षेत्र में मेडिकल काॅलेज की स्थापना को लेकर कई साल से कवायदे चल रही हैं। काफी समय तक तो एमसीआई की टीम के आने का इंतजार चलता रहा और जब एमसीआई की टीम पहुची तो उसने भी अस्पताल में कमियों की लिस्ट प्रबंधन को थमा दी। इसी बीच काया कल्प योजना के तहत प्रबंधन ने अस्पताल को चकाचक कर योजना में तीसरा स्थान प्राप्त कर लिया। परंतु एमसीआई के मानक के अनुसार अस्पताल खरा नहीं उतर सका। मेडिकल काॅलेज के लिए लगातार जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों व प्रशासन के द्वारा कोशिशे जारी है। इन सब के बाद भी सरगुजा को मेडिकल काॅलेज की सौगात नहीं मिल पाई है। आज प्रदेश भर के मेडिकल काॅलेज के सलाहकार श्री वर्मा ने भी जिला अस्पताल पहुंचकर प्रबंधन से उन्ही 32 बिन्दूओं पर जो कमिया है उसे लेकर लम्बी चर्चा की। श्री वर्मा ने अगले हप्ते पुनः आकर मेडिकल काॅलेज की स्थापना के लिए नयी सलाह देने की बात कही है।