बलरामपुर (कृष्णमोहन कुमार)
कभी कभी एक छोटी सी मात्रा पूरे शब्द का अर्थ बदल देती है,,, तो कभी एक छोटी सी मात्रा इंसान की पहचान बदल देती है,, ऐसे ही एक मात्रा के हेरफेर ने बलरामपुर जिले के एक समाज के सामने आफत खडी कर दी है,,,,, इसी वजह से आज इस समाज के लोग क्षेत्रीय विधायक के साथ जिला मुख्यालय पहुंचे और कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया,,, दरअसल क्षेत्रीय विधायक बृहस्पत सिंह के साथ कलेक्टोरेट का घेराव करने वाले खेरवार और खरवार समाज के लोग जाति में मात्रा त्रुटि को सुधार करने की मांग कर रहे है,,, जिसके काऱण आज समाज के सैकडो लोग बलरामपुर पहुँचे थे, और इस मात्रा सुधार के लिए उन्होने महामहिम राष्ट्रपति और राज्यपाल से गुहार लगाई है,,,,,
दरसल जिले में निवासरत खेरवार,खरवार समुदाय के लोग लम्बे समय से जति में हुई मात्रा त्रुटि को सुधारने की मांग कर रहे है,जाति में मात्रा त्रुटि की वजह से इन समुदाय के छात्र-छात्राओं का जति प्रमाण पत्र नही बन पा रहा है,जिसका खामियाजा समाज के लोगो को भुगतना पड़ रहा है,समाज की इस महत्वपूर्ण मांग को लेकर समाजिक लोगो ने कई बार चर्चा की ,बावजूद इसके खरवार और खेरवार समुदाय के लोगो को राहत नही मिली जिस वजह से समाज के लोगो को आज सड़को पर उतरकर धरना प्रदर्शन करना पड़ा। जानकारी के मुताबिक खेरवार और खरवार जाति के शब्द मे अगर ख के ऊपर ” ै ” की मात्रा लगाने भर से इस समाज के लोगो को आरक्षित खैरवार जाति वाला लाभ मिलने लगेगा… और यही प्रदर्शन की वजह है….
सामने आया विधायक का पॉलिटिकल ड्रामा,,
कलेक्टोरेट में रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह के नेतृत्व में सैकडो की संख्या में ज्ञापन देने पहुँचे समाज के लोगो का हुजूम देख वहाँ मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने अपर कलेक्टर एमएल धृतलहरे को बुलाया, लेकिन विधायक कलेक्टर को ही ज्ञापन सौंपने की जिद पर अड़े रहे है, यही नही विधायक खरवार समाज के लोगो के साथ कलेक्ट्रेट के सामने ही 15 मिनट तक धरने पर बैठे रहे ,, जिसके बाद अपर कलेक्टर ने कलेक्टर को बाहर की स्थिति के बारे मे बताया,,, तब जाकर अपने अन्य कार्यो मे व्यस्त कलेक्टर अवनीश शरण खुद मौके पर पहुँचे और और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन लिया।
मात्रा त्रुटि तत्काल सुधारे-बृहस्पत
वही विधायक बृहस्पत सिंह का आरोप है कि,उन्होंने चार बार महामहिम राष्ट्रपति, महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप चुके है,बावजूद इसके अबतक इस मामले कोई ध्यान नही दिया जा रहा है,बृहस्पत सिंह का कहना है कि,खेरवार तथा खरवार एक ही जाति है,लेकिन अचानक मात्रा त्रुटि की वजह से प्रशासन समाज के छात्र- छात्राओं को जाति प्रमाण पत्र जारी नही हो पा रहा है।