जगरूकता अभियानों से ही रूक सकती है महिला हिंसा: सुंदरकली
कोरिया (सोनहत से राजन पाण्डेय)
देश एवं प्रदेश में महिलाओं के साथ हिंसा के खिलाफ अभियान के तहत विकासखंड सोनहत में विचार-गोष्ठी और रैली के माध्यम से महिलाओं की सुरक्षा व मानवाधिकार की रक्षा की मांग की गई। रैली के दौरान मितानिन कार्यक्रम की ब्लाक समन्वयक सुंदरकली तिर्की ने कहा कि महिलाओं के साथ हिंसा और दुराचार हमारे घरों और बाहर संघर्ष का रूप ले चुका है जिसमें उन्होने औरतों के खिलाफ हिंसा को खत्म करने की बातें कही। तिर्की ने संबोधन में कहा की कई रीति-रिवाज के चलते भी महिलाओं को अमूमन उत्पीड़न का शिकार बनना पड़ता है। शिक्षा ही माध्यम है, जिससे महिलाओं की स्थिति में सुधार लाया जा सकता है। रैली के दौरान उपस्थित कई महिला जनप्रतिनिधियों को मितानिन ब्लाक समन्वयक सुदरकली एवं सोनमतिवर्मा ने महिला जनप्रतिनिधि होने के नाते पंचायत स्तर की महिला प्रतिनिधियों के साथ ग्रामीणों को जागरूक करने का प्रयास किया गया उन्होने समस्त महिला जनप्रतिनिधियों से यह अपील करते हुए कहा की महिलाओं के खिलाफ हिंसा नहीं होनी चाहिए. इस बात को गांव गांव तक पहुचाएं नशा का सेवन कर पत्नी तथा बहू आदि के साथ हिंसा करने वाले परिवार को समझाईश देने की बात कहा।
ऐसे रोकेंगे हिंसा
रोजगार से रोका है हिंसा: महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा को रोकने के लिए हमारा यह प्रयास है कि हम महिलाओं को अधिक से अधिक स्वावलंबी बनायें. ग्रामीण महिलाओं को समूह से जोड़ा जा रहा है. उनके रोजगार की व्यवस्था की जा रही है. क्षेत्र में दहेज उत्पीड़न के मामले जहां भी है महिला जनप्रतिनिधि के रूप में महिलाओं को दहेज विरोध के लिए जागरूक करने के साथ साथ आवश्यक्ता पड़ने पर कानूनी कारवाई करने की पहल भी होती है. इससे काफी सकारात्मक असर देखने को मिल रहे हैं.
ग्राम सभा के माध्यम से: इसी दौरान स्वच्छ पंचायत समन्वयक सोनमति साहू ने कहा की ग्रामसभा के माध्यम से लोगों को जागरूक करती हुँ. महिलाओं संबंधिम समस्याओं को लेकर ग्राम सभा में आवाज उठाई जाती है महिलाओं के हिंसा मुक्त अभियान में ब्लाक समन्वयक सुदरकली तिर्की सोनमति वर्मा के अलावा खंड चिकित्सा अधिकारी डा आर पी सिंह विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक पूनम लकड़ा नोडल अधिकारी दिलीप पाण्डेय एवं मितानिनों की समस्त प्रशिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।