रायपुर/चिरमिरी
छजका सुप्रीमो अजीत जोगी ने एक खुलासा करते हुए बताया है की चिरमिरी में गरीबो को काला धन बांटा गया है। कम्बल वितरण के दौरान कम्बल के अन्दर बंद हो चुके पांच सौ के नोट गरीबो में बांटे है,, इस कार्यक्रम में कंबल वितरण करने वालो में बीजेपी विधायक श्याम बिहारी और कोरिया बीजेपी अध्यक्ष 3 दिसम्बर को चिरमिरी के एक कार्यक्रम में नोट और कंबल बाटे है । चिरमिरी में नोट बन्दी कानून का उलन्घन किये जाने का आरोप भी भाजपा नेताओं पर लगाया गया है। पहले पुराने नोट जलाने की कोशिश की फिर गरीबो को बाट दी गई एसा आरोप आजीत जोगी ने।
जोगी ने प्रधान मंत्री को ट्वीट कर दी जानकारी ।
जोगी का आरोप है की बीजेपी नेताओ ने गरीबो को अधजले पुराने नोट बाटे गए है और काला धन बीजेपी इस तरह खपा रही है ।
नोटबंदी पर छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और छजकां अध्यक्ष अजीत जोगी ने आज प्रेसवार्ता लेकर यह बड़ा खुलासा किया है।
छत्तीसगढ़ के चिरमिरी में कल भाजपा नेताओं और मनेन्द्रगढ़ के भाजपा विधायक श्याम बिहारी जयसवाल द्वारा शैक्षणिक संस्था के बैनर तले कंबल वितरण की आड़ में 500 और 1000 के पुराने नोट बांटे गए। ये नोट कंबल के नीचे रख कर दिए गए जिसमे कई नोट जले भी पाये गए। जोगी ने सबूत सहित खुलासा किया है। जोगी ने प्रधानमंत्री मोदी को ट्वीट कर सारी जानकारी दी है और गहन जांच के साथ भाजपा नेताओं पर तत्काल कार्यवाही की मांग की है।
जोगी के बोल
चिरमिरी के कार्यक्रम मे आये ग्रामीणों के नाम पते लिखे गए और एक कार्ड की प्रति के रूप में उन्हें दिए गए , और लोगो से कहा गया कि हम आप को और पैसे देंगे, जिसे आप अपने अपने जनधन योजना के तहत खातों मे जमा करे।
जोगी ने मोदी को “दस हज़ार करोड़” का प्रधानमंत्री कहा। पूछा सवाल कि प्रधानमंत्री बनने चुनाव में खर्च किये 10 हज़ार करोड़ काला धन नहीं है क्या .?
जोगी का बड़ा बयान –
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री द्वारा अगस्ता हेलीकाप्टर मामले में लिए गए रिश्वत की और तथाकथित अभिशाक सिंह के विदेशी खातों की सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच कराएं । जिस दिन मोदी जी छत्तीसगढ़ और देश की जनता को ये कर के दिखा दें, उस दिन मैं उनके सामने नतमस्तक हो जाऊँगा, वो जो कहेंगे वो मैं करूँगा और अगर पार्टी छोड़ने बोलेंगे तो वो भी करने को तैयार हूँ
8 दिसंबर को छजकां ने की आंदोलन की घोषणा-
नोटबिन, तीस दिन, जनता खिन्न” नोटबंदी के गलत क्रियान्वयन ने व्यापार, रोजगार और कामगार को जीते जी मार दिया। प्रदेश के लोगों की आर्थिक स्थिति के साथ साथ अर्थव्यवस्था भी चरमरा दी है। जिस सरकार ने लोगों के खातों में 15 लाख डालने की बात कही थी उसने लोगों की जेबें ही खाली कर दी। राज्य सरकार को जनता की परेशानियों का आभास कराने पूरे प्रदेश में “जेब की अर्थी” निकाली जायेगी। खाली जेब का हाल बताने कटोरा लेके लोग शव यात्रा में शामिल होंगे। जेबों का हार बनाकर पहन के उसे चलेंगे।
फोटो में देखिये जिनके कार्यक्रम में बांटे गए नोट उनकी मोदी जी से नजदीकिया…
देखे वीडियो-