बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)…दिया तले अंधेरा की कहावत तो आपने सुनी ही होगी..पर यह कहावत चरितार्थ तब हो जाती है..जब मौजूदा दौर में खुद उस गांव की ग्रामीण महिला जनपद अध्यक्ष है..और उनके पति कभी रमन सरकार में संसदीय सचिव रहे..बावजूद इन सबके इस गांव के ग्रामीणों को 9 महीनों से वृद्धा पेंशन नही मिल पाया है..और गांव के सरपंच का राजनैतिक रसूख इतना की उसी ने हड़प ली पेंशन की राशि..
दरसल जिले के शंकरगढ़ विकास खण्ड के ग्राम जम्होर में वृद्धा पेंशन की 9 महीनों से ग्रामीण वृद्धजनों को नही मिल पाई है..और ये वृद्धजन अब सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पर मजबूर है..ग्रामीणों का आरोप है की उनकी वृद्धा पेंशन की राशि सरपंच ने डकार ली है..और यह हालात उस गांव के है जहाँ की निवासी खुद जनपद अध्यक्ष उदेश्वरी पैकरा है..तो अब आप अनुमान लगा ही सकते है..की इस पूरे विकासखण्ड का क्या हाल होगा..
बता दे की उदेश्वरी पैकरा के पति सिद्धनाथ पैकरा भी भाजपा शासनकाल में संसदीय सचिव रहे..और अब ऐसे में उनके गांव में इस कदर करप्शन का हावी हो जाना ये अच्छे संकेत तो नही है..
वही इस पूरे मसले में अहम बात यह है ..की खुद सिद्धनाथ पैकरा के बड़े भाई और उनके रिश्तेदारों को भी वृध्दा पेंशन के लिए मोहताज होना पड़ रहा है..
अब जब यह मसला मीडिया की दहलीज पर है तो प्रशासनिक अधिकारियों के कान भी खड़े हो गए है..और अब जो होता है वही करने की चल रही है तैयारी..