घर में आग लग जाने से झुलस गया था पिता
अम्बिकापुर “दीपक सराठे”
सूरजपुर जिले के ओडगी थाना अंतर्गत ग्राम खरोर में रविवार की रात एक घर में आग लग जाने से झुलसे एक अधेड़ की मौत मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उस वक्त हो गई, जब उसका पुत्र पर्ची कटाने लाईन में खड़ा था और पिता स्टेक्चर पर उपचार के इंतजार में था।
जानकारी के अनुसार ग्राम खरोर निवासी चेत राम उम्र 55 वर्ष का विवाद रविवार को उसकी पत्नी विफईया से हो गया था। दरअसल विवाद का कारण यह था कि उसके तीन पुत्रों में एक पुत्र जेल में है जिसे छुड़ाने वह पैसे जमा कर रहा था, उस पैसे में से ढाई हजार रूपये निकाल कर विफईया ने अपने छोटे पुत्र को दे दिये। इस बात पर विवाद बढने के बाद रात को चेत राम शराब पीकर घर आया था और परछी में आग सेक रहा था। उसी दौरान आग उसकी साल में लग गई। देखते ही देखते घर के कमरे में आग फैल गई। किसी तरह झुलसे चेत राम को परिजन ओडगी के अस्पताल ले गये जहां 3 बजे तड़के उसे मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर रिफर कर दिया गया। सोमवार को सुबह 11ण्30 बजे उसे अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सको को दिखाने उसका पुत्र पर्ची काउंटर की लम्बी लाईन में खड़ा था। कुछ देर बाद स्टेक्चर पर पड़े चेत राम की मौत हो गई।
पर्ची के इंतजार में हो जाता है समय खत्म
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आज हुई यह घटना कोई नई नहीं है। पर्ची काउंटर पर लगने वाली लोगों की लाईन इतनी लम्बी होती हे कि पीछे खड़े मरीज के परिजन यह फिर मरीज का नम्बर आते आते चिकित्सकों के उठने का समय हो जाता है। अस्पताल में मात्र तीन पर्ची काउंटर की सुविधा है। पर्ची काउंटर को बढ़ाने कई बार मांग हो चुकी है। परंतु न तो पर्ची काउंटर बढ़ सका है और न ही मरीजों की मुस्किल खत्म हो सकी है। आलम यह है कि गंभीर मरीजों व विकलांगों को आम लोगों की लाईन में खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है।