अम्बिकापुर
सरगुजा सोसायटी फॉर जस्टिस जिलाध्यक्ष डीके सोनी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि फोरम फॉर जस्टिस मुम्बई द्वारा देश भर में न्याय यात्रा निकाली गई है, जिसको 30 जनवरी को दिल्ली के राजघाट से कर्नाटक के पूर्व चीफ फारूखा और संस्था के संस्थापक भगवान रैयानी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। यात्रा का समापन 4 मार्च को दिल्ली के जंतर-मंतर किया जाना है। त्वरित और सुलभ न्याय की मांग और न्याय के प्रति जन जागरूकता के उद्देश्य से देश भर में निकाली गई। ये यात्रा कई प्रदेशों से होकर 26 फरवरी को अम्बिकापुर पहुंचने वाली है। 45 मिनट की इस सभा के बाद न्याय यात्रा शहर के मुख्य चैक चैराहों में भ्रमण करेगी। शहर में न्याय जागरूकता सभा और शहर भ्रमण के बाद ये यात्रा बलरामपुर होते हुये झारखण्ड के गढवा के लिये रवाना हो जायेगी।
ज्ञात हो कि 21 फरवरी को उडीसा से न्याय यात्रा का प्रवेश छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हुआ, जिसके बाद महासमुंद्र, रायपुर, दुर्ग, भिलाई, कर्वधा, बिलासपुर, जांजगीर चांपा, कोरबा होते हुये न्याय यात्रा सरगुजा जिला पहुंचेगी। सरगुजा जिले में प्रवेश के साथ ही इस न्याय यात्रा का उदयपुर और लखनपुर में भव्य स्वागत किया जायेगा।
35 दिनों तक देश के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण करने वाली ये यात्रा देश की पहली ऐसी यात्रा है जो न्यायपालिका में पनपी विसंगतियों को दूर करने के उद्देश्य से निकाली गई है। दरअसल न्याय व्यवस्था में विसंगतियों के कारण छोटे-छोटे मामलों में भी न्याय पाने के लिये लोगों को वर्षों न्यायालय के चक्कर काटना पड़ता है और विलंब से मिलने वाले न्याय के कारण आम जनता को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक नुकसान होता है जिसको देखते हुये फोरम ने त्वरित, सुलभ न्याय, न्याय पालिका में भ्रष्टाचार खत्म करने, न्यायालयों की संख्या बढ़ाने, रिक्त न्यायधीश के पदों पर भर्ती करने के साथ ही न्याय पालिक के बजट बढ़ाने और ग्राम न्यायालय की स्थापना जैसी तमाम न्यायिक मांग के उद्देश्य से देश भर न्याय यात्रा निकाली है। जिससे लोग न्याय पाने के लिये जागरूक हो और न्याय व्यवस्था को सुलभ बनाने की कवायद शुरू हो सके।