बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)…जिले के शंकरगढ़ में पदस्थ थाना प्रभारी निरीक्षक प्रकाश राठौर इस बार स्वतन्त्रता दिवस के मौके पर गैलेंटरी आवार्ड से सम्मानित होने जा रहे है..उन्हें यह आवार्ड धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर में तैनाती के दौरान नक्सल विरोधी अभियान में उनकी उपलब्धि के लिए दिया जा रहा है .
बता दे कि वर्ष 2016 में सुकमा जिले के भेज्जी थाने में पदस्थापना के दौरान प्रकाश राठौर के नेतृत्व में निकली टीम ने नक्सलियों के मांद में घुसकर नक्सलियों से लोहा लिया था..और दो कुख्यात नक्सलियों को उनकी टीम ने ढेर कर दिया था..
प्रकाश राठौर ने बस्तर संभाग के धुर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में साढ़े 6 साल अपनी सेवाएं दी है..और इसी दौरान वर्ष 2016 में वे भेज्जी में पदस्थ थे..तब मार्च के महीने में पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के बीहड़ इलाके में नक्सलियों की भारी संख्या में मौजूदगी है..और नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है..जिसके बाद निरीक्षक प्रकाश राठौर के नेतृत्व में निकली टीम और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी..उस मुठभेड़ में दो नक्सली कमांडर मारे गए थे..जिनमे कोंटा एरिया कमेटी का कमांडर भास्कर तथा महिला कमांडर आसजोगी शामिल थी..पुलिस ने मौके से भारी संख्या में हथियार व दैनिक उपयोग की सामग्री भी बरामद की थी..
वही नक्सली कमांडर भास्कर कोंटा और भेज्जी इलाके में लंबे समय से सक्रिय था.और उसने बकायदा अपनी बटालियन तैयार करने के लिए भेज्जी थाना क्षेत्र के बीहड़ जंगलो को ही चुना था..लेकिन निरीक्षक प्रकाश राठौर ने उसके नापाक मंसूबो पर पानी फेर दिया था..इस मुठभेड़ में दर्जनभर से अधिक नक्सलियों की घायल होने की सूचना भी पुलिस को मिली थी..
मूलतः कोरबा जिले के रहने वाले प्रकाश राठौर ने अपने नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के कार्यकाल में 35 मुठभेड़ किये है..यही नही प्रकाश राठौर ने 6 नक्सलियों को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है..इसके अलावा गोली लगने के बाद भी प्रकाश राठौर ने अपनी जान की बाजी लगाते हुए 18 घण्टो तक नक्सलियों से लोहा लेने मोर्चे पर डटे रहे..