जांजगीर
कलेक्टर श्री ओ.पी.चौधरी ने कहा है कि जिले के किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर और नहरों के अंतिम छोर तक पानी मिल सके इसके लिए नहरों का सुदृढ़ीकरण, जीर्णोद्वार व विस्तार का कार्य कराया जा रहा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारी नहरों के मरम्मत कार्य में गुणत्ता पर विशेष ध्यान दे साथ ही जिस नहर प्रणाली का मरम्मत कार्य किया जा रहा उस नहर के प्रारंभ से लेकर अंत तक का मरम्मत कार्य एक साथ किया जाए ताकि किसानों को इसका सही लाभ मिल सके। कलेक्टर श्री चौधरी आज यहां जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक के दौरान उपरोक्त बातें कहीं।
श्री चौधरी ने कहा कि जिले में नहरों के मरम्मत कार्य कराए जाने के कारण इस बार रबी की फसलों के लिए पानी मुहैया नही कराने का निर्णय जिला जल उपयोगिता समिति द्वारा पूर्व में ही लिया जा चुका है तथा किसानों को रबी में कम पानी में होने वाली फसलों को लगाने के लिए समझाईश दी गई है। कलेक्टर श्री चौधरी ने बताया कि जिले के किसानों को लंबे अर्शे तक सिंचाई के लिए भरपूर पानी उपलबध हो सके इसके लिए शासन द्वारा नहरों की मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से कहा कि जिन कार्यो की निविदा हो चुकी है उन्हें तत्काल प्रारंभ कराएं तथा जिनकी निविदा नही हो पायी है उनकी निविदा प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण कर वर्क ऑर्डर जारी करें।
जल संसाधन संभाग जांजगीर के कार्यपालन अभियंता श्री ए.के.श्रीवास्तव ने बताया कि जांजगीर व अकलतरा की मुख्य, वितरक व माइनर नहरों के मरम्मत के लिए 75 करोड़ रूपए की अनुबंध राशि प्राप्त हुई थी। जिसमें से 43 करोड़ 63 लाख रूपए के कार्य संपादित कराए जा चुके है वहीं 31 करोड़ 41 लाख रूपए के कार्य प्रगतिरत है। इसके अलावा 122 करोड़ 88 लाख रूपए के कार्य निविदा के लिए प्रेषित किए गए है। इसी तरह जल संसाधन संभाग सक्ति के कार्यपालन अभियंता श्री आर्या ने बताया कि सक्ति संभाग अंतर्गत 25.5 करोड़ रूपए की लागत से विभिन्न नहरों के विस्तार व सृदृढ़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। खरसिया संभाग अंतर्गत सिंगरा व कुदरा नहरों के लाईनिंग का कार्य कराया जा रहा है।
बैठक में अकलतरा़ विधायक श्री चुन्नीलाल साहू, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती सूरज व्यास कश्यप, जिला पंचायत सदस्य श्री दिनेश शर्मा, श्रीमती विद्या सिदार, श्री व्यास नारायण कश्यप सहित सभी जल उपभोक्ता संथा के अध्यक्ष व कृषकगण तथा जल संसाधन विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।