नगेसिया किसान को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिलाने की कोशिशें तेज

सरगुजा

सरगुजा में अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्राप्त करने के लिए लंबे समय से प्रयासरत नगेसिया समाज का संघर्ष अब तेज होता दिखायी दे रहा है…..समाज की एकजुटता और जनप्रतिनिधियों की पहल पर राज्य सरकार ने नगेसिया किसान को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के लिए संकल्प पारित कर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है………एसी संभावना है कि संसद में इस बिल को जल्द ही पेश किया जाएगा … नगेसिया समाज को उसका हक दिलाने और उन्हें अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से किए जा रहे प्रयासों के बारे में चर्चा को लेकर समाज के पदाधिकारियों ने एक बैठक आयोजित की….इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव रामविचार नेताम ने नगेसिया समाज के लोगों से उनका दर्जा दिलाने का आश्वासन दिया…….सरगुजा संभाग के सरगुजा, बलरामपुर और जशपुर में बड़ी संख्या में नगेसिया किसान परिवार रहते हैं….वर्षों से इन्हें अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिला हुआ था….लेकिन फरवरी 2011 को शासन स्तर से जारी एक आदेश ने सरगुजा और बलरापुर जिले के नगेसिया किसान परिवारों को परेशानी में डाल दिया…..नगेसिया परिवारों के सेटलमेंट में जाति के रुप में किसान होने के कारण सरकार ने उनसे अनुसूचित जनजाति का दर्जा छीन लिया और समाज के लोगों का जाति प्रमाण पत्र बनना बंद हो गया…..यहां तक की बच्चों को मिलने वाली छात्रवृत्ति भी बंद हो गयी….इसके बाद समाज के लोगों ने आक्रोश दिखाते हुए राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए और अपने अधिकारों की मांग की…..लगातार विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार बैकफुट पर आ गयी और एक बार फिर से नगेसिया किसान को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिलाने की कोशिशें तेज कर दी गयी हैं…