अम्बिकापुर
देश दीपक “सचिन”
एक घंटे की तेज बारिस ने बहा दिए मैनपाट महोत्सव के रंग…बारिस के के कारण मैनपाट महोत्सव के दूसरे दिन किसी भी बड़े कलाकार की प्रस्तुति मंच से नहीं हो सकी..बारिस ने ऐसा कहर बरपाया की सुप्रसिद्ध हास्य कवि सुरेन्द्र दुबे को सुनने आये सैकड़ो प्रशंसको के अन्तः मन में यही लाइने गुदगुदा रही होंगी की “बड़े बे-आबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले… बहुत निकले मगर मेरे अरमान दिल से लेकिन कम निकले” कुछ इसी तरह का वाकया सरगुजा के मैनपाट पहुचे हास्य कवि पद्मश्री सुरेन्द्र दुबे..नागपुर से आई गायिका सुकृति उइके और भोजपुरी गायिका प्रियंका सिंह के लिए जमा हुई भीड़ के साथ हुआ… ये कलाकार मैनपाट महोत्सव के दूसरे दिन अपनी प्रस्तुति देने यहाँ पहुचे थे पर बारिस ने इस पूरे आयोजन को तहस नहस कर दिया..लिहाजा स्थानीय बच्चो के सांस्कृतिक प्रोग्राम और बबिता गीता के मंच में आने के बाद कोई भी कलाकार, दर्शको से मुखातिब नहीं हो सका।
लेकिन कितनी भी मुश्किलें आ जाए कवि कभी हार नहीं मानते और अपने इसी परिचित अंदाज में सुरेन्द्र दुबे ने अँधेरे में ही सभा स्थल के बगल में निर्मित एक हाल में काव्यपाठ शुरू कर दिया.. हालाकी दर्शक तो तब तक वापस लौट चुके थे लेकिन वहा मौजूद प्रशासनिक अमले ने सुरेन्द्र दुबे जी के काव्य रस का आनंद बारिस के साथ लिया..गौरतलब है की इस हाल में मौजूद सरगुजा कलेक्टर भीम सिंह, एसपी आर.एस.नायक, डीऍफ़ओ मो.शाहिद, एएसपी रामकृष्ण साहू सहित उपस्थित प्रशासनिक अमला सुरेन्द्र दुबे के काव्यपाठ में सराबोर देखा गया.. और विपरीत परिस्थितयो में भी कवि और श्रोता दोनों ने ही मैनपाट की वादियों में मौजूद खुशनुमा मौसम के साथ काव्यपाठ का आनंद लिया।
वही कार्यक्रम के तीसरे और अंतिम दिन के आयोजन के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है और सुकृति उइके और प्रियंका सिंह दोनों ही कलाकार तीसरे दिन के लिए रुके हुए और आज कार्यक्रम के समापन समारोह में इनकी प्रस्तुति देखी और सुनी जा सकेगी हलाकि सुरेन्द्र दुबे और फोगाट बहने अपने व्यस्ततम कार्यक्रम के कारण नहीं रुक सके है.. लेकिन आज समापन समारोह के दौरान सुकृति उइके, प्रियंका सिंह, अनुज शर्मा, स्वप्निल जायसवाल, कलकत्ता डांस ग्रुप व तिब्बती डांस ग्रुप की प्रस्तुति की जाएगी समापान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी शिरकत करेंगे।