अम्बिकापुर 23 अगस्त 2014
- बीईओ, बीआरसी एवं सीएसी को दिए निर्देष
कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने आज सर्व शिक्षा अभियान राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान एवं आदिवासी विकास विभाग तथा स्कूल षिक्षा विभाग द्वारा आयोजित बैठक सह कार्याशाला में सभी संकुल समन्वयकों को अपने-अपने संकुल के चयनित शालाओं को आगामी तीन माह में माॅडल स्कूल के रूप में विकसित करने के निर्देष दिए है। कलेक्टर ने कहा कि इन स्कूलों में शुद्ध पेयजल, शौचालय, षिक्षकों एवं छात्रों की नियमित उपस्थिति, भवन और शैक्षणिक गुणवत्ता के आधार पर आंकलन किया जाएगा। इन स्कूलों को निर्मल शाला के रूप में भी चिन्हांकित किया जाएगा।
जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित बैठक सह कार्यशाला में जिला षिक्षा अधिकारी, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त, सर्व षिक्षा अभियान के सहायक परियोजना अधिकारी सहित जिले के सभी विकासखण्ड षिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड स्रोत समन्वयक एवं संकुल समन्वयक शामिल हुए। कलेक्टर ने बैठक सह कार्यशाला में सम्बोधित करते हुए कहा कि शालाओं में शैक्षणिक वातावरण के निर्माण में शिक्षक अतिरिक्त प्रयास करें और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करें ताकि इस वर्ष मनाया जा रहा शैक्षणिक गुणवत्ता वर्ष सफल हो सके।
कलेक्टर ने प्रत्येक स्कूल के 10 विद्यार्थियों और संकुल के कम से कम 50 विद्यार्थियों को चिन्हांकित कर उनके बेहतर समझ के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। श्रीमती सैन ने संकुल समन्वयकों को नियमित निरीक्षण करने और प्रतिमाह इस संबंध में कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बच्चों में वैज्ञानिक अभिरूचि उत्पन्न करने अंग्रेजी, गणित, विज्ञान विषयों के शिक्षण प्रक्रिया पर विशेष जोर देते हुए उनके लिए बनाए गए विशेष कार्य योजना पर अमल करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि रचनात्मक गतिविधियों से बच्चों समझ के स्तर का बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने बच्चों के बीच सामान्य ज्ञान एवं क्वीज प्रतियोगिता और अन्य अकादमिक गतिविधि आयोजन करने के निर्देश दिए हैं।
श्रीमती सैन ने उपस्थित शिक्षकों से सर्व शिक्षा अभियान के 17 घटकों का क्रियान्वयन करने और संकुल स्तर पर कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने जर्जर भवनों का चिन्हांकन करते हुए अधूरे निर्माण कार्यों को अतिषीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने मुख्यमंत्री निर्मल शाला पुरस्कार के तहत शालाओं का चयन करने तथा प्रस्ताव भेजने कहा है। उन्होंने संकुल समन्वयकों को अपने संकुल के समस्त स्कूलों का शत-प्रतिषत निरीक्षण करने और प्रत्येक स्कूलों का रिपोर्ट फोटोग्राॅफ्स सहित जिला षिक्षा अधिकारी के माध्यम से प्रस्तुत करने के निर्देष दिए। उन्होंने लंबे समय से अनुपस्थित षिक्षकों की जानकारी तथा कार्य में लापरवाही बरतने वाले और अन्य अनियमित षिक्षकों की जानकारी देने के निर्देष दिए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि ऐसे षिक्षकों की जानकारी नहीं देने वाले संकुल समन्वयक एवं बीआरसी के विरूद्ध अनुषासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर ने स्कूलों की साफ-सफाई, साज-सज्जा और स्कूल परिसर को स्वच्छ रखने के निर्देष दिए। साथ ही परिसर में बांस की फैनषिंग एवं वृक्षारोपण करने कहा। प्रत्येक विद्यालयों में राज्य एवं देष का नक्षा पेंट के माध्यम से अंकित करने के निर्देष दिए गए। उन्होंने प्रतिमाह आयोजित होने वाले षिक्षक पालक संघ की बैठक नियमित करने के निर्देष दिए।
कलेक्टर ने स्कूलों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देष्य से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सब इंजीनियर को शाला भवनों के पेयजल स्रोत्रो का नियमित जांच करने और साफ एवं शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देष दिए। उन्होंने पेयजल जांच रिपोर्ट को नोटिस बोर्ड में चस्पा करने के निर्देष दिए ताकि षिक्षक, बच्चे एवं ग्रामीणजन पानी के गुणवत्ता के बारे में अवगत हो सके।