पड़ोसी राज्य झारखंड में छत्तीसगढ़ के लोगों की बसाहट लगभग 110 साल पहले शुरू हुई थी। एक शताब्दी से भी ज्यादा समय से वहां निवास कर रहे प्रवासी छत्तीसगढ़ियों की संख्या आज की स्थिति में लगभग साढ़े पांच लाख तक पहुंच गयी है। यह जानकारी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को आज यहां झारखंड के सोनारी (जमशेदपुर) से आए अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी युवा मंच के प्रतिनिधि मंडल ने दी। मंच के केन्द्रीय अध्यक्ष श्री प्यारेलाल साहू और उनके साथियों ने मुख्यमंत्री को मंच की ओर से रविवार दो फरवरी 2014 को जमशेदपुर के बिस्टुपुर स्थित गोपाल मैदान में होने वाले छत्तीसगढ़ी महासम्मेलन-सह-युवा महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का न्यौता दिया। श्री साहू ने मुख्यमंत्री को बताया कि अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी युवा मंच ने पहली बार पिछले वर्ष 23 दिसम्बर को यह आयोजन किया था, जिसमें लगभग 22 से 25 हजार लोगों ने शिरकत की थी। इस बार द्वितीय छत्तीसगढ़ी महासम्मेलन-सह-युवा महोत्सव की तैयारी भी मंच ने शुरू कर दी है। झारखंड में रहने वाले छत्तीसगढ़ के लोगों को एकता के सूत्र में बांधकर उनके परिवारों के सामाजिक-आर्थिक और शैक्षणिक विकास में मदद करना मंच का मुख्य उददेश्य है। डॉ. रमन सिंह ने इसके लिए अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी युवा मंच की प्रशंसा की और उनके आयोजन की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के पूर्व कृषि मंत्री श्री चन्द्रशेखर साहू भी उपस्थित थे।