घर से नौकरी करने निकला था शिक्षक.
अम्बिकापुर
लुंड्रा ब्लाक के दोरना गाँव में स्थित चारपारा प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक वीरेन्द्र गुप्ता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। वीरेन्द्र अपनी मोटरसाइकल से बच्चो को पढ़ाने स्कूल जा रहा था तभी वहा से गुजर रहे ट्रेलर ने बाइक में जोरदार टक्कर मारी जिससे बाइक सवार घायल हो गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। ट्रेलर की ठोकर से बाइक सवार के सर में गंभीर चोट आई और मृतक का सर लहुलुहान हो गया जिसके बाद ग्रामीणों ने उसे बचाने के लिए 108 को फोन तो किया लेकिन तब तक घायल की मौत हो चुकी थी वही ग्रामीणों की सूझ बूझ से ट्रेलर और चालक दोनों ही पकडे गए है।
पुलिस के मुताबिक़ घटना करने वाला वाहन और वाहन चालक दोनों को ही पुलिस ने पकड़ लिया है और मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए अपस्ताल भेजा गया है।
हडबडी के चक्कर में तो नहीं गई जान
गौरतलब है की इन दिनों सरगुजा में शिक्षको में अफरा तफरी मची हुई है दरअसल शासन द्वारा स्कूलों में शिक्षको को नियमित पहुचने के लिए एक एप्लीकेशन तैयार किया गया है जिसमे अगर समय पर शिक्षक स्कूल पहुचकर सेल्फी अपलोड नहीं करता है तो उस पर कार्यवाही हो सकती है, लिहाजा इस नए नियम का शिक्षको में इस तरह भय व्याप्त है की सुबह सुबह सड़को पर अपनी बैक से तेजी से भागते शिक्षक देखे जा सकते है जो टाइम पर स्कूल पहुचने के लिए आय तौबा करते रहते है, कही वीरेन्द्र गुप्ता के साथ भी तो ऐसा ही नहीं हुआ स्कूल स्कूल की हडबडी में तो वीरेन्द्र की जान नहीं चली गई, बहरहाल सवाल तो कई खड़े होंगे पर वीरेन्द्र अब दोबारा ज़िंदा नहीं हो सकता है और ना ही शासन को अपनी सेवा दे सकता है।