कोरिया (न्यूज डेस्क) कई बार अपने बेतुके बयानों से पार्टी की फजीहत करा चुके श्रम व खेल मंत्री भइयालाल राजवाडे हमेशा चर्चा में रहते है, 22 मई 2015 में रायपुर में 45 डिग्री की गर्मी में काले सूट बूट में शपथ लेने को लेकर उनके बयान ने भी खूब सुर्खियां बटोरी, प्राय मंत्री बनने के बाद भइयालाल राजवाडे हमेशा सूट बूट में और फिर विदेश यात्रा से लौटने के बाद बैड मेन नाम से चर्चित कैप में नजर आते है। इधर भी कुछ ऐसा ही हुआ, मंत्री जी रविवार को नई लेदरी में सेतू निर्माण द्वारा हसदेव नदी पर 6 करोड 70 लाख की लागत से नए पुल निर्माण का भूमिपूजन करने पहुंचे, भूमिपूजन के दौरान मंत्री जी के सूट बूट में सलवाटें ना पड जाए, उनके लिए कुर्सी की व्यवस्था की गई, पूजा स्थल पर मंत्री जी जूतों के साथ कुर्सी पर बैठ कर पूजा करते रहे, उनके जूते पूजा स्थल से मात्र डेढ फीट दूर थे, मंत्री जी को ईश्वर की मर्यादा का भी ख्याल नही रहा, जबकि संसदीय सचिव चंपा देवी पावले और विधायक श्याम बिहारी जायसवाल जमीन पर आसान में पूजा करते नजर आए, वहीं जब निर्माण कार्य के लिए कुदाल चलाने का समय आया तो मंत्री जी कुर्सी से उठे और सामने ही जूता पहने हुए ही कुदाल चला कर भूमिपूजन और निर्माण कार्य का शुभारंभ किया।
सोशल मीडिया में पूजा स्थल पर जूते पहन कर पूजा करते मंत्री जी की तस्वीर सामने आते ही हिन्दू सेना के सुरेन्द्र सिंह छोटू ने आपत्ति दर्ज करने हुए कहा कि हिन्दू संस्कारों का ख्याल रखा जाना था, उनका ये कृत्य हिन्दूओं की धार्मित मान्यताओं का सीधा मजाक है। वहीं कांग्रेस के उपाध्यक्ष गुलाब कमरों का कहना है भाजपा हिन्दूओं के नाम पर वोट लेती है पर हिन्दूओं के संस्कार भी भूल गए।
बाप का राज है क्या …… भूमि पूजन खत्म करके जैसे ही मंत्री मंच पर पहुंचें, अधिकारियों को ना देख मंच पर ही माइक पकड खरी खोटी सुनाना शुरू कर दिया, दरअसल, सेतू निर्माण के इस आयोजन में कई अधिकारियों के साथ एसडीएम, तहसीलदार मौके पर उपस्थित नहीं थे, बस फिर क्या था मंत्री जी ने मंच से ही माइक पर अपने गुस्से का इजहार करना शुरू कर दिया और बोले इनके बाप का राज है क्या, अधिकारियों को प्रोटोकॉल का भी ध्यान नहीं रहता, वे इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करेगें। मंत्री जी ने अपने निज सहायक से कलेक्टर को फोन करने को कहा, वहीं कलेक्टर ने भी फोन नहीं उठाया, जिसके बाद वहां उपस्थित लोगों की प्रतिक्रिया देखने लायक थी, कुछ अपना मुंह छिपाते तो कईयों ने अपने मुंह पर हाथ रखकर अपनी हंसी नहीं रोक पाए और हंसते नजर आए।
गढतर में भीड नहीं होने पर भडके ….. रविवार को ही मंत्री जी अपने स्वयं के विधानसभा क्षेत्र के ग्राम गढतर पहुंचंे, तय कार्यक्रम से 2 घंटे लेट पहुंचें मंत्री को सुनने ग्रामीण नहीं पहुंचें। जिसके बाद मंत्री भडक गए और सचिव, पटवारी को जमकर फटकार लगाई। वहीं ग्रामीणों से जब इस संबंध में जानना चाहा तो उनका कहना है कि ग्रामीणों का कोई काम नहीं होता है, सिर्फ भाषण सुनने जाने से कोई मतलब नहीं है।