सरगुजा जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी अनुराग पांडेय ने साज सेवा के लिए एक नया और अनूठा प्रयास किया है। उन्होंने पंचायत कर्मी व शिक्षकों की मदद से ब्लड डोनेशन की एक ऐसी चेन बनाने की योजना बनाई है जिससे गांव गांव का व्यक्ति जिसे ब्लड की जरूरत है वो उनकी चेन के माध्यम आसानी से ब्लड पा सकेंगे..
दरअसल आज इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ के कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें पंचायत शिक्षक, जिला पंचायत के अधिकारी कर्मचारी व जिला स्वास्थ्य अधिकारी एन. के. पांडेय ब्लड बैंक प्रभारी के साथ उपस्थित रहे बैठक में इस बात पर चर्चा की गई की पंचायत विभाग के अधीन काम करने वाले पंचायत शिक्षक और पंचायत कर्मी जो छोटे छोटे गांव में भी अधिक संख्या में दखल रखते हैं। लिहाज इस बड़े नेटवर्क का लाभ समाज सेवा के कार्य मे भी लिया जा सकता है। और चर्चा के बाद सभी ने तय किया की गांव मोहल्ले से लेकर पूरे जिले में पंचायत शिक्षक और पंचायत कर्म संगठित होकर ब्लड डोनेशन के लिए काम करेंगे। इसके लिए अपने अपने स्कूल स्तर पर शिक्षक ग्रामीणों के साथ मिलकर गांव में ही टीम बनाएंगे। और लोगो को जानकारी देंगे की ब्लड की आवश्यकता पड़ने पर शिक्षकों से संपर्क किया जाए। और ये शिक्षक सोसल साइट्स व अन्य माध्यमो से अपने बड़े नेटवर्क के माध्यम से किसी भी स्थान पर लोगो को निशुल्क ब्लड डोनेशन कराने का कार्य करेंगे। इस कार्य मे स्वास्थ विभाग ने अपनी ओर से हर संभव सहयोग करने का आस्वासन दिया है। ब्लड ग्रुप चेक करने के लिए चलित संसाधन को वो गांव गांव में भेजेंगे और शिविरों के माध्यम से इस कार्य को अंजाम देंने में सहयोग करंगे। हालाकी यह ना तो कोई संगठन होगा ना ही इसमे कोई पदाधिकारी होंगे बस सभी एक वालंटियर के रूप में लोगो की मदद करने का माध्यम बनेंगे..
बहरहाल पंचायत विभाग वाकई एक ऐसी ताकत है जिसकी पहुंच अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक है। लिहाजा इस बड़े नेटवर्क का लाभ लोगो को अगर मिल सकता है तो इसी बेहतर क्या होगा.? आपको बतादें की इससे पहले भी सरगुजा में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के कार्यक्रम में आई एक महिला लापता हुई थी और पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी.. उस समय पंचायत विभाग के नेटवर्क का दम सामने आया था जब जिला पंचायत सीईओ अनुराग पांडेय में सभी पंचायत कर्मियों को महिला की तलाश में लगाया था और बड़ी ही आसानी से महिला को खोज निकाला था।