सिलसिलेवार ढंग से दर्जनों ठगी करने वाला गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे

अम्बिकापुर

सुशील कुमार

एटीएम बदलकर ठगी करने वालो को क्राइम ब्रांच व गांधीनगर पुलिस ने पकड़ने में सफलता हासिल की है। एक छात्र का एटीएम कार्ड बदलकर उसके खाते से चालीस हजार रुपये की ठगी की गई थी जिसके बाद पुलिस ने मुस्तैदी से पड़ोसी जिलो में भी घेराबंदी करते हुए बलरामपुर जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र में आरोपियों को पकड़ लिया है। इस सम्बन्ध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राम कृष्ण साहू ने आज एक मामले का खुलासा करते हुए बताया की कुछ दिन पूर्व छात्र विजय सिंह बतौली का रहने वाला है और अम्बिकापुर में अपने दोस्तों के साथ किराए के मकान में रह कर पढ़ाई कर रहा है 13 अप्रैल को वो गांधीनगर स्थित एटीएम में पैसे निकालने गया तब वहा एक कार खडी थी और एटीएम् के अन्दर एक व्यक्ति खडा था। विजय ने दो चार बार एटीएम् से पैसे निकालने की कोशिस की लेकिन एटीएम उसका कार्ड एक्सेप्ट नहीं कर रहा था तभी पास खड़े ठग ने विजय से कहा की तुम कार्ड ठीक से नहीं लगा रहे हो और विजय का एटीएम् लेकर खुद लगाया और कार्ड एक्सेप्ट हो गया जिसके बाद विजय ने अपना पासवर्ड डाला और पास खड़े ठग ने उसका पासवर्ड नोट कर लिया लेकिन इस एटीएम में पैसा नहीं होने की वजह से विजय वापस लौटा कलेक्ट्रेट शाखा वाले स्टेट बैंक के एटीएम से पैसे निकालने के लिए जैसे ही अपने जेब से एटीएम् कार्ड निकला तो वह उसका कार्ड नहीं था ठग ने उसका कार्ड बदल दिया था।

 

लिहाजा ठगे जाने की आशंका से विजय ने तुरंत ही बैंक में जाकर अपना एकाउंट चेक किया तो उसमे से चालीस हाजर रुपये निकले जा चुके थे। इस पूरी घटना की सूचना विजय ने गांधीनगर पुलिस को दी जिसके बाद तुरंत ही गांधीनगर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने विजय की निशानदेही पर अगल बगल के जिलो को सूचना देकर उक्त कार की पतासाजी शुरू की और इन ठगों को रामानुजगंज से वाड्रफनगर जाते हुए बसंतपुर थाने में पकड़ लिया गया। पकडे गए आरोपी में सौरभ कुमार पश्चिम बंगाल का है वही दो अन्य आरोपी रमाशंकर और शिवकुमार मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले से है। पकडे गए तीन आरोपियों के पास से पुलिस को चालीस हजार पांच सौ रुपये नगद, चार मोबाइल फोन और कई एटीएम कार्ड बरामद हुए है।इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सुरेश भगत व क्राइम ब्रांच प्रभारी भूपेश सिंह सहित योगेश वर्मा, दीपक साहू, विजय गुप्ता, विकास सिन्हा, सियम्बर दास, अरविन्द उपाध्याय, व क्राइम ब्रांच से विनय सिंह, राम अवध सिंह, धीरज गुप्ता, भोजराज, राकेश शर्मा, विवेक राय, मनीष यादव, उपेन्द्र सिंह, विकास सिंह, जितेन्द्र साहू, दशरथ राज्वाडे, ब्रजेश राय व अमित विश्वकर्मा सक्रीय रहे.।

इससे पहले भी सिलसिलेवार वारदातों को दिया था अंजाम 

पकड़े गए आरोपियों ने सरगुजा में ही नहीं बल्की इनका 2012 में डाल्टेनगंज से पहली बार 15000  रुपये में सदर थाना कोतवाली से चालान हुआ था जिसमे 2 साल बाद जेल से 2014 में बाहर निकल  2014 नवम्बर को सीतापुर में विनोद गुप्ता के साथ 26000 रुपये का फ्रॉड  sbi बैंक से किया और 4 अप्रैल को अम्बिकापुर  से 76000 रु पंजाब नेशनल बैंक से फ्रॉड करके निकाला गया, 17 अप्रैल को सीतापुर बैंक के पास से इन्हें पकड़ा गया और 26000 के फ्रॉड तथा 76000 के फ्रॉड में कोतवाली थाना से चालान हुआ जिसके बाद ये लोग जमानत पे रिहा होने के बाद 17 फरवरी को भैयाथान में sbi से 5000 रुपये का फ्रॉड किये उसके बाद 2 मार्च को सूरजपुर में 7000 रुपये निकाला और 10 मार्च को sbi से 7000 रुपये निकालने ,  18 मार्च को सूरजपुर sbi से 19000 रुपये आहरण एटीएम बदल कर किया, 2 अप्रैल 2017 को बिश्रामपुर से 9000 रुपये का फर्जी वाडा किया , 8 अप्रैल को 8000  अम्बेडकर चौक पर एक महिला का एटीएम बदल कर धोखाधड़ी किया,  10 अप्रैल को बम्हनी सोनभद्र से 10000 का फ्रॉड किया,  13 अप्रैल को गांधीनगर थाना के पास से 40000 का फ्रॉड किया और एक बार फिर ठगी के ये मास्टर माइंड पुलिस गिरफ्त में है