बलरामपुर-रामानुजगंज
कुसमी
विकासखण्ड मुख्यालय कुसमी से मात्र 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत हर्री के पोषित ग्राम पियार टोली, पकरी टोली, भलघुटरा और कुडूमपानी में सरगुजा साइंस ग्रुप के तत्वाधान में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। सैकड़ों लोगों को स्वास्थ्य विभाग के सौजन्य से मुफ्त दवा दिया गया तथा गम्भीर बिमारियों से ग्रसीत लोगों का चिन्हांकन किया गया।
अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र के नाम से विख्यात कुडूमपानी, पकरी टोली, पियार टोली व भलघुटरा में यूं तो जल्दी सरकारी सुविधाएं पहुंचती नहीं है, किन्तु यदि इन क्षेत्रों में सरकारी नुमाइंदे जाना भी चाहें तो जंगल की बदहाल सड़के उन्हें इस क्षेत्र में न जाने की एक वजह बन जाती है। शिक्षा के नाम पर टूटे-फूंटे स्कूल बिल्डिंग में कक्षाओं का संचालन व सप्ताह में एक बार मौसम ठीक रहने पर नर्स का पहुंचना व एक मितानीन के भरोसे चार पोषित ग्रामों में स्वास्थ्य सुविधा का संचालन, कुछ ऐसी ही कहानी है बलरामपुर जिला के इन ग्रामों का।
इन क्षेत्रों में पहली बार कोई चिकित्सा शिविर लगा और पहली बार यहां पर डाॅक्टर पहुंचे। सरगुजा साइंस ग्रुप के तत्वाधान में आयोजित इस चिकित्सा शिविर में काफी परेशानियों का सामना कर चार पहिया के सड़क पर फंस जाने के बावजुद पैदल इन ग्रामों में पहुंचे चिकित्सकों को अपने बीच पाकर ग्रामीण काफी खुश हुए। लगातार बारिश के बावजुद स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाने जंगल के अंदर बसे काफी दूर-दूर से ग्रामीण इस शिविर में पहुंचे और अपना चेकअप करा, ईलाज कराया तथा दवा लिया। प्रा.शा. पकरीटोली में आयोजित शिविर में ब्लाॅक चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन में बीडीएस डाॅ. संदीप तिग्गा, बीएएमएस डाॅ. जाॅन मिंज, बीयूएमएस डाॅ. अफसाना बानो, नेत्र विभाग से संजीत भगत, आएमए विजय, एनएम श्रीमती पुष्पा लकड़ा, श्रीमती एस. लकड़ा, श्रीमती रेणु बाघव व श्रीमती मंजू सानी की टीम पिछड़ी गांवों में पहुंची। कुसमी से पहुंचे चिकित्सकों की टीम ने जहां 4 प्रा. शा. पकरीटोली, पिया टोली, कुडूमपानी व भलघुटरा से पहुंचे बच्चों का वजन कर स्वास्थ्य जांच किया गया वहीं सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणजनों का स्वास्थ्य जांच कर दवाई उपलब्ध करायी गयी।
वहीं जांच के दौरान मोतियाबिन्द के आठ, टीवी हेतु 5, मलेरिया सहित अन्य बिमारी के मरिजों का चिन्हांकन किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन मरिजों को कुसमी स्वास्थ्य केन्द्र में लाकर ईलाज कराये जाने हेतु चिन्हांकन किया गया। इस दौरान डाॅ. संदीप तिग्गा के द्वारा आमजनों को घर के आसपास साफ सफाई रखने, घर के आसपास बने गड्ढों को भरने तथा बरसात के मौसम में ज्यादा बिमारी क्यों फैलती है, इस पर विस्तार से जानकारी दी गई साथ ही सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये उपलब्ध योजनाओं के विषय में जानकारी देते हुए बिमार के दौरान आवागमन के साधन उपलब्ध नहीं होने कारण उन्हें 108 पर काॅल करने की जानकारी दी। सरगुजा साइंस ग्रुप के अध्यक्ष अंचल ओझा ने बिमार पड़ने पर झाड़फूंक का सहारा न लेकर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र भुलसी, करकली अथवा फोन कर एम्बुलेंस बुला कुसमी जाने की समझाईश दी। उन्होंने बच्चों को नियमित स्कूल भेजने तथा पंचायत स्तर पर मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठाने की जानकारी दी।
चिकित्सकों को अपने बीच पा ग्रामीणों ने अपनी पुरी समस्या ही उनके सामने रख दी ताकि सरकार के ये नुमाइंदे उनकी समस्याओं से सरकार को अवगत करायें। ग्रामीणों ने सड़क, बिजली, पानी, 10 किलोमीटर दूर राशन दूकान होने से होने वाली असुविधा, क्षेत्र में बैंक नहीं होने से निराश्रित पेंशन सहित अन्य हेतु 25 किलोमीटर का सफर करने से होने वाली असुविधा सहित कई मांगों से परिचित कराया। इस दौरान ग्राम के उपसरपंच मंशु राम ने बिहड़ व साधन सुविधा से दूर पाठ क्षेत्र में स्वास्थ्य शिविर लगाने के लिये सरगुजा साइंस ग्रुप व स्वास्थ्य विभाग को धन्यावाद देते हुए आगे भी ऐसे आयोजन को करने हेतु निवेदन किया। सरगुजा साइंस ग्रुप ने इस दौरान पियारटोली, पकरीटोली, भलघुटरा के प्राथमिक शाला हेतु खेल सामग्री, प्राथमिक उपचार हेतु फस्र्ट एड किट, बच्चों के प्रारंभीक शिक्षा हेतु चार्ट व बैनर तथा जरूरतमंद एवं वृद्धजनों को वस्त्र का वितरण किया गया। इस अवसर पर जन शिक्षक विरभद्र सिंह, नवीन प्रा.शा. पियारटोली से विनोद कुमार पैकरा, श्रीमती प्रभा टोप्पो, प्रमोद सिंह, प्रा.शा. पकरीटोली से सत्यनारायण, जनता राम, नवीन प्रा.शा. भलघुटरा से जितेन्द्र भगत, करम साय, सरगुजा साइंस गु्रप से अजय सिंह, दयानंद पैकरा, छोटना राम सहित काफी संख्या में ग्रामीणजन व स्कूली बच्चे उपस्थित थे।