
रवि कुमार की खास खबर
सरकारी पाठशालाओं में छात्र-छात्राओं की संख्या में इजाफा के लिए सरकार विभिन्न योजनाओं में प्रत्येक वर्ष लाखों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन परिणाम इसके विपरीत आ रहे है……….
कोरिया जिले की प्रारंभिक शिक्षा की सरकारी पाठशालाओं में छात्र-छात्राओं की संख्या बढने की जगह घट रही है। बीते चार शिक्षण सत्र पर गौर करें तो 38 हजार बच्चे सरकारी पाठशालाओं से मुंह मोड़ चुके हैं। इस चौंंका देने वाले परिणाम के बावजूद जिले का शिक्षा महकमा कुंभकर्णीय नींद में हैं।
इसलिए घट रहा नामांकन
सरकारी पाठशालाओं में नामांकन घटने का अहम कारण शैक्षिक स्तर को घटना माना जा रहा है। अभिभावकों का मानना है कि सरकारी
योजनाओं का नहीं प्रभावी क्रियान्वयन
सरकारी पाठशालाओं में गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिले, बच्चों की संख्या बढ़े इसके लिए प्रारंभिक शिक्षा परिषद ने सर्वशिक्षा अभियान ने सतत एवं व्यापक मूल्यांकन कार्यक्रम सहित आधा दर्जन से अधिक कार्यक्रम चलाए हुए हैं, लेकिन इन कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन नहीं हो रहा।
भरतपुर- सोनहत में 602 पद खाली है
षिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले सोनहत व भरतपुर ब्लाक में 602 षिक्षको-षिक्षकाओ के पद खाली है।दोनों ब्लाक में करीब 150 पंचायत है।जिसमें सैकड़ों शासकीय स्कुल है। लेकिन इन ब्लाॅको में भी षिक्षको की कमी के कारण स्कुलों में पढ़ाईठप हो रही है। अगर सरकार द्वारा षिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई तो बच्चांें का भविष्य खराब हो सकता है।
हाई व हाईसेकंडरी के षिक्षकों की स्थिति
शिक्षक पद
1539 सहायक षिक्षक
0740 सहायक अध्यापक
51 अध्यापक
107 उच्च श्रेणी षिक्षक
185 प्रधान पाठक
एक नजर में स्कुलों की संख्या
262 मा0 षाला 712 प्रा0 शाला 44 हाई से0स्कुल 7 हाई स्कुल
इन पदों पर है खाली
वर्ग 01- 143 वर्ग 02-362 वर्ग 03-151
हकीकत बयां करते आंकड़े
2010 में हुआ सर्वे
वर्ष 2010 में चाइल्ड ट्रेकिंग सर्वे किया गया था। इस सर्वे में 0 से 5 वर्ष की आयु वर्ग के छात्र-छात्राओं को चिह्नित किया गया था। अब यह पांच वर्ष के हो गए हैं।
हकीकत बयां करते आंकड़े
सत्र — नामांकन
2011-12 — 100675
2012-13 — 89527
2013-14 — 86088
2014-15 — 62382
जिला शिक्षा अधिकारी
सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इस बार नामांकन अभियान के दौरान प्रत्येक शिक्षक की जिम्मेदारी तय की गई है। नामांकन अभियान के प्रथम चरण में इसके सकारात्मक परिणाम मिले हैं। अब द्वितीय चरण शुरू होगा। रही बात षिक्षको की षिक्षा प्राणली तो मैं स्वय सभी स्कुलों में जा कर सभी छात्र-छात्राओे के अध्ययन का पूरा खयाल रख रही हुॅ। अगले माह से मै एक टीम का गंठन कर रही हूं जिसका काम स्कूल में जा कर स्कुल की नही स्कुल के बच्चो को क्या पढाया जा रहा है। इस बात की नगरानी रखी जाये गी ।
स्रोत – जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, कोरिया बैकुंठपुर