शेष अन्य 8 लॉकर के खुलासे में सामने आ सकती है करोड़ो की चोरी
अम्बिकापुर-दीपक सराठे
अम्बिकापुर महामाया चैक स्थित ग्रामीण बैंक की मुख्य शाखा में चोरी की वारदात के बाद आज दूसरे दिन चोरों द्वारा काटे गये लॉकरों में से दो लॉकर मालिकों ने कोतवाली में चोरी गये सामानों की सूची उपलब्ध करा दी है। दोनों लॉकर मालिकों द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची के अनुसार अभी तक 50 लाख की चोरी का खुलासा हो चुका है। शेष 8 लॉकर मालिकों के सामने आने के बाद चोरी की रकम करोड़ो में होने की संभावना है। अज्ञात चोरों द्वारा ग्रामीण बैंक के 12 लॉकरों को गैस कटर से काटा गया था, जिसमें दो लॉकर पहले से खाली थे।
गौरतलब है कि ग्रामीण बैंक जो गत शुक्रवार को कार्यालय समय के पश्चात शाम 7.15 बजे बंद हुआ था। तीन दिन शासकीय अवकाश पडने के कारण बैंक में आना-जाना नहीं हुआ। मंगलवार को जब बैंक के कर्मचारी पहुंचे तो बैंक के चैनल गेट में नया ताला देख पहले इसकी सूचना शाखा प्रबंधक व इसके बाद कोतवाली पुलिस को दी गई थी। बैंक में चोरी की इस वारदात के बाद शहर में यह खबर आग की तरह फैल गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बैंक के अंदर प्रवेश कर देखा तो लॉकर रूम का ताला टूटा हुआ था व एक ब्लॉक के 12 लॉकर गैस कटर से काटे गये मिले थे। मंगलवार की देर शाम तक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का बैंक में जमावड़ा लगा रहा। लॉकर मालिको के सामने नहीं आने से चोरी की रकम का अंदाजा नहीं लग सका था। आज दूसरे दिन कोतवाली में लॉकर क्रमांक 23 के मालिक डॉ. जगदीश भूटानी ने पहुंचकर लॉकर में रखे गये सामानों की सूची उपलब्ध कराई। सूची के अनुसार जहां लॉकर में सोने के बिस्किट भी थे वहीं हीरे के आभूषण का भी जिक्र किया गया है। लगभग 20 लाख से अधिक के आभूषण चोरी चले जाने का अनुमान पुलिस ने लगाया है, वहीं 24 नम्बर लॉकर के मालिक अजय सिंह व शैल सिंह द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची के अनुसार भी 20 लाख से अधिक जेवरात पार होने का जिक्र किया गया है। अभी 8 और लॉकरों के मालिकों से सूची प्राप्त होनी है, जिसके अनुसार चोरी की रकम करोड़ो में पहुंचने का अनुमान है।
इन लोगों के लॉकर में हुई चोरी-
ग्रामीण बैंक में अज्ञात चोरों द्वारा जिनका लॉकर काट कर चोरी की गई उनमें प्रहलाद कृष्णा गोयल, मदनेंद्र प्रताप सिंह, एमके वसुराय, शशि सिंह, रवि प्रताप सिंह, प्रकाश तिवारी, पुष्पा सोनी, जगदीश भूटानी, अजय सिंह, सुशील व रमा गुप्ता के लॉकरों से जेवरात पार हुये हैं। दो अन्य लॉकर काटा गया जो खाली था।
अभी तक नहीं लगा सुराग-
शहर के हृदय स्थल व थाने से महज कुछ दूरी पर स्थित ग्रामीण बैंक के मुख्य शाखा में बड़े आराम से इस चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस को अभी तक इस चोरी से जुड़े कोई भी सुराग हाथ नहीं लग सके हैं। इस चोरी में जिस प्रकार से बड़े गैस सिलेण्डर व कटर का सहारा लिया गया उसे देखकर यह तो जरूर है कि चोर बड़े वाहन में बैंक के सामने पहुंचे होंगे। पुलिस की सक्रियता पर भी इस लिहाज से कई प्रश्नचिन्ह खड़े हो चुके हैं। दूसरी तरफ बंैको की सुरक्षा पर भी सवालिया निशान उठ रहे हैं।