रायपुर
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज मंत्रालय (महानदी भवन) में आयोजित सांसद आदर्श ग्राम योजना की समीक्षा के दौरान कहा कि इस योजना की सफलता के लिए गांवों में सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। गांव के विकास के लिए सभा का आयोजन कर ग्रामीणों से गांव के विकास के संबंध में सुझाव लिए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि गांव के हर घर की बाड़ी में लगाने के लिए फलदार पौधों की ‘पंचमन टोकरी’ दी जानी चाहिए, जिसमें पांच-पांच फलदार वृक्षों के पौधे हों। ये पौधे आम, आंवला, केला, मुनगा, पपीता, नीबू और बांस जैसी प्रजातियों के हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि गांव की अर्थ व्यवस्था को मजबूत बनाने, गांवों में पेयजल, स्वास्थ्य और शिक्षा की अच्छी व्यवस्था, गांवों के सामाजिक-आर्थिक विकास, युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए प्रशिक्षण देने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि गोधन का भी गांवों में विशेष महत्व है। गोधन विकास और पशुओं के लिए शेड के निर्माण जैसे कार्य भी किए जाने चाहिए। आदर्श गांव में स्कूल, आंगनबाड़ी, पंचायत भवन और तालाब सहित सभी सार्वजनिक स्थान साफ-सुथरे रहें। महिलाओं के लिए तालाबों पर अलग से घाट हों, गांव के श्माशान घाटों का भी सौन्दर्यीकरण किया जाएगा ।