अंबिकापुर गृहमंत्री रामसेवक पैकरा की प्रेस वार्ता का अंबिकापुर के पत्रकारों ने बहिष्कार कर दिया.. अंबिकापुर के उच्च विश्रामगृह में आयोजित प्रेस वार्ता में गृहमंत्री एक घंटे विलंब से पहुचे.. और पहुचने के बाद भी पत्रकारों से मुखातिब ना होकर, बंद कमरे में नेता व अधिकारियो संग मुलाकात कर रहे थे.. जिससे भड़के पत्रकारों ने एक स्वर में प्रेस वार्ता का बहिस्कार करते हुए वहां से निकल पड़े.. इस दौरान प्रशासन के द्वारा मान मनौवल के बाद भी पत्रकार नहीं रुके..
गौरतलब है की कंबल वाले बाबा के अनुयायी और अपने चिरपरिचित अंदाज से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले प्रदेश के गृह मंत्री अब सरगुजा के प्रभारी मंत्री बनाये गए है,, और प्रभारी मंत्री की हैसियत से आज उन्हें पहली बार पत्रकारों को संबोधित करने का मौका मिला,,, जिसके लिए संभागीय जनसंपर्क विभाग द्वारा पत्रकारों को अम्बिकापुर के सर्किट हाउस बुलाया गया था,, पत्रकार तय समय 12 बजे दोपहर के पहले ही वार्ता स्थल पहुंच गए थे ,, वैसे तो ये प्रेस वार्ता 14 साल विकास के विषय पर थी,, जिसमें गृहमंत्री प्रदेश की भाजपा सरकार का गुणगान करने वाले थे,, जो प्रेस के लिए शायद इतनी अहम नही थी,, लेकिन प्रभारी मंत्री बनने के बाद पहली बार गृहमंत्री से बातचीत होनी थी, लिहाज़ा जिले के सभी वरिष्ठ पत्रकार भी इस प्रेसवार्ता में पहुंचे थे,, लेकिन तकरीबन 1 घंटे विलंब से पहुचने के बाद भी गृहमंत्री सीधे प्रेस कॉन्फ्रेंस में ना पहुंच कर अंदर जिले के तमाम बड़े अधिकारियो संग चाय पर चर्चा में व्यस्त हो गए,, फिर क्या था ग्रहमंत्री की स्थिति को वर्षो से जानने वाले पत्रकारो को मंत्री जी के इस बर्ताव पर गुस्सा आ गया,, और पत्रकारों ने वार्ता का बहिष्कार कर दिया,, और प्रेस वार्ता स्थल से अपने अपने बाकी कामो के लिए निकल गए,, हालांकि इस दौरान मौके पर मौजूद प्रसासनिक अधिकारियो ने पत्रकारों को मनाने का बहुत प्रयास किया,, लेकिन कभी कभी नाराज होने वाले सरगुजा के पत्रकारों की नाराज़गी भला इस अपमान के बाद कैसे कम होती..