अम्बिकापुर प्रदेश के गौशालो में हुई गायो की मौत के बाद मचे बवाल के बीच जहाँ प्रशासन ने चार गैर शासकीय सदस्यों को पद से हटा दिया है तो वही एक और गैर शासकीय सदस्य गरियाबंद जिले के रूपसिंह साहू ने खुद ही पद से स्तीफा दे दिया है.. गौरतलब है की इस मामले ने शासन ने छोटी मछलियों पर कार्यवाही तो की है लेकिन अब भी इस विभाग के बड़े मगरमच्छ के गले शासन के फंदे से काफी दूर है..
वही विभागीय उथल पुथल के के बीच पशुपालन विभाग की किरकिरी होते देख छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के सदस्य से खुद ही अपने पद से स्तीफा दे दिया है.. वही पशुधन विभाग के अवर सचिव अब्बास खान ने उनके त्याग पत्र को मंजूर करते हुए स्तीफा स्वीकार कर लिया है..
बहरहाल प्रदेश के गौशालो में गौ माता के नाम पर बड़े खुलासे हुए है लेकिन इस खेल में और कौन कौन शामिल था इस बात का खुलासा नहीं हो सका है.. जाहिर है की इतने बड़े पैमाने पर चल रहा यह खेल बिना सेटिंग के चला पाना संभव नहीं था.. लापरवाही इतने दिनों तक आखिर किसी को क्यों नहीं दिख रही थी.. और जब एक गौशाले में गायो की मौत होती है तो धीरे धीरे परत दर परत बाकी जगहों की हकीकत भी सामने आने लगी है.